गरबा नृत्य का सांस्कृतिक अवमुल्यन :जिम्मेवार कौन?
ग़ज़ल __ दुआ देने से दुनिया में, दुआएं कम नहीं होती।
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
"नित्य नये नये काम तक भी पहुंचाती हैं ll
धर्म अधर्म की बाते करते, पूरी मनवता को सतायेगा
गीत- जब-जब पाप बढ़े दुनिया में...
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
मिलना यह हमारा, सुंदर कृति है
*नारियों को आजकल, खुद से कमाना आ गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
आपके साथ आपका रिश्ता आपके हर दूसरे रिश्ते के लिए सुर व ताल स
संघर्ष का अर्थ ये नही है कि
जिन्दगी कभी नाराज होती है,