Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2024 · 1 min read

हड़ताल एवं बंद

यही तो है हड़ताल एवं बंद की दृश्यावली,
नाल वाले बूटों से कुचली कली.

कणों में बिखरे फूल,
आग, पत्थर,मिटटी और धूल.

घायल एवं सिसकते तडपते ईन्सान,
टूटते सीसे जलती हुई दुकान.

सड़कों पर बिखरे पत्थर,
सुनसान सड़क बंद हुए घर.

यह स्थिति नहीं किसी के पसंद की,
प्रभावित सोच नहीं सकता हड़ताल और बंद की.

परिणाम यह किस का है ध्यान नहीं जाता है,
इनके परिणामो को बहुत उछाला जाता है.

इनको रोकना किस का काम है?
क्या ‘मूल’ पर आघात नहीं हो सकता जिसका यह परिणाम है?

भटकाव नहीं यह अधिकारों की लड़ाई है,
अधिकारों के लिए लड़ना क्या बुराई है?

यदि ख़त्म ही करना है तो विषमता को करो,
हम अपना कर्तव्य पूरा करें, आप बिन मांगे अधिकार दो.

हक़ मिलने पर कोई नहीं चाहेगा कि लड़ाई हो,
शांति भंग और तोड़-भोड़ जिसकी ना कभी भरपाई हो.

101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Khajan Singh Nain
View all

You may also like these posts

गण पर तंत्र सवार
गण पर तंत्र सवार
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आख़िरी हिचकिचाहट
आख़िरी हिचकिचाहट
Shashi Mahajan
- तुम्हारा ख्याल जब आता है -
- तुम्हारा ख्याल जब आता है -
bharat gehlot
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
gurudeenverma198
3285.*पूर्णिका*
3285.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- चले आओ...
गीत- चले आओ...
आर.एस. 'प्रीतम'
देन वाले
देन वाले
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
दोहे- शक्ति
दोहे- शक्ति
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
चाँद सा मुखड़ा दिखाया कीजिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"मुसाफिर"
Dr. Kishan tandon kranti
हमारी शान है हिन्दी,   हमारा मान है हिन्दी।
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
कौन यहाँ पढ़ने वाला है
Shweta Soni
मतदार
मतदार
श्याम सांवरा
■ आज का विचार बिंदु ;
■ आज का विचार बिंदु ; "बुद्धिमता"
*प्रणय प्रभात*
नकारात्मक लोगों को छोड़ देना ही उचित है क्योंकि वे आपके जीवन
नकारात्मक लोगों को छोड़ देना ही उचित है क्योंकि वे आपके जीवन
Ranjeet kumar patre
"तरक्कियों की दौड़ में उसी का जोर चल गया,
शेखर सिंह
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
I want to tell them, they exist!!
I want to tell them, they exist!!
Rachana
नदियां
नदियां
manjula chauhan
शिक्षक सही गलत का अर्थ समझाते हैं
शिक्षक सही गलत का अर्थ समझाते हैं
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
यह ज़िंदगी गुज़र गई
यह ज़िंदगी गुज़र गई
Manju Saxena
मोड़   आते   रहे   कहानी   में
मोड़ आते रहे कहानी में
Dr Archana Gupta
नयकी दुलहिन
नयकी दुलहिन
आनन्द मिश्र
दिल धड़क उठा
दिल धड़क उठा
Surinder blackpen
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
हाले दिल
हाले दिल
Dr fauzia Naseem shad
....मेरे सजना.....
....मेरे सजना.....
rubichetanshukla 781
ख़्वाब उसके सजाता रहा.., रात भर,
ख़्वाब उसके सजाता रहा.., रात भर,
पंकज परिंदा
कुदरत तेरा करतब देखा, एक बीज में बरगद देखा।
कुदरत तेरा करतब देखा, एक बीज में बरगद देखा।
AJAY AMITABH SUMAN
अजनबी सा सफ़र
अजनबी सा सफ़र
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...