Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
17 Oct 2024 · 1 min read

कर्महीनता

कर्महीन हो गए हो, पथ हीन हो गए हो
नशे में झूम झूम कर, अर्थ हीन हो गए हो

महंगी कारें विदेशों में भ्रमण के नाम पर जाइए
स्वयं के विवेक को डॉलर में जाकर उड़ाईये
कीजिए प्रशंशा जी भर भर कर उनकी
क्योंकि तुम्हारे रक्त में है जी हुजूरी उनकी
ब्रांडेड शर्ट फटी हुई जींस इस कदर भाती है
अरे हमारी धोती में क्या कमी नजर आती है
बांधती थी मां कमर पर काले धागे की करधनी
बच जाते थे जिससे नजर, बीमारियों की नधनी
आज बड़े मार्डन हुए फिरते हो
हर्निया का ऑपरेशन कराते फिरते हो
शिक्षित होकर अशिक्षित ही रह गए हो
कर्महीन हो गए हो, पाठ हीन हो गए हो
नशे में झूम झूम कर, अर्थ हीन हो गए हो

जहां देखी लड़की वो माल नजर आती है
हाय काम वासना की ही तुम्हें मार खाती है
छूट गई पुस्तकें जो कन्या को देवी दर्शाती थी
भूल गईं पीढ़ियां जो सम्मान सिखाती थी
क्लब डिस्को जिम और पार्टी में खोकर
बन गया है आज युवा केवल जोकर
हाय बाय के चक्कर में प्रणाम खो गया है
शिक्षक देता शिक्षा वही जो बदनाम हो गया है
खेती भूले, मोटा अनाज, चारपाई रस्सी बान की
मूर्खो एमाज़ॉन पर बेच रहे जो आंगन की शान थी
तुम पशु सम अंधे संभोग में हो गए हो
कर्महीन हो गए हो, पथ हीन हो गए हो
नशे में झूम झूम कर, अर्थ हीन हो गए हो
हां तुम कर्महीन हो गये

Loading...