Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2024 · 1 min read

आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक

आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पकड़ सीमित स्तर तक है यदि आप मनुष्य के मनोरंजन,खान पान और सारी भोग विलासिता की आवश्यकता को पूर्ण कराने की सामान बेचते हो तो तुमको धनवान होने से कोई नहीं रोक सकता है।
RJ Anand Prajapati

305 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मन क्या है मन के रहस्य: जानें इसके विभिन्न भाग। रविकेश झा
मन क्या है मन के रहस्य: जानें इसके विभिन्न भाग। रविकेश झा
Ravikesh Jha
दोस्तो को रूठकर जाने ना दो...
दोस्तो को रूठकर जाने ना दो...
Jyoti Roshni
देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः। नमो नमस्ते तुल
देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः। नमो नमस्ते तुल
Shashi kala vyas
इस शहर में
इस शहर में
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
जीत और हार ज़िंदगी का एक हिस्सा है ,
Neelofar Khan
कब किसी बात का अर्थ कोई,
कब किसी बात का अर्थ कोई,
Ajit Kumar "Karn"
आये जबहिं चुनाव
आये जबहिं चुनाव
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मृत्यु के पश्चात
मृत्यु के पश्चात
Vivek saswat Shukla
मैं चुप रही ....
मैं चुप रही ....
sushil sarna
"सपनों में"
Dr. Kishan tandon kranti
*धक्का-मुक्की हो रही, संसद का यों चित्र (कुंडलिया)*
*धक्का-मुक्की हो रही, संसद का यों चित्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दोहे
दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
वेलेंटाइन एक ऐसा दिन है जिसका सबके ऊपर एक सकारात्मक प्रभाव प
Rj Anand Prajapati
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
अपनी मर्यादा से जुड़ी होती है ।
अपनी मर्यादा से जुड़ी होती है ।
Dr fauzia Naseem shad
पवित्रता
पवित्रता
Rambali Mishra
राम नहीं बन सकते .....
राम नहीं बन सकते .....
Nitesh Shah
याद कितनी खूबसूरत होती हैं ना,ना लड़ती हैं ना झगड़ती हैं,
याद कितनी खूबसूरत होती हैं ना,ना लड़ती हैं ना झगड़ती हैं,
शेखर सिंह
खरी और सच्ची गादी है/ वागेश्वर धाम पर आधारित लंबा गीत
खरी और सच्ची गादी है/ वागेश्वर धाम पर आधारित लंबा गीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
ज्ञान उसे नहीं कहते हैं
ज्ञान उसे नहीं कहते हैं
Ragini Kumari
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
झूठो के बीच में मैं सच बोल बैठा
Ranjeet kumar patre
कल की तस्वीर है
कल की तस्वीर है
Mahetaru madhukar
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
हमने गुजारी ज़िंदगी है तीरगी के साथ
Dr Archana Gupta
खुद से है दूरी  मीलो की...
खुद से है दूरी मीलो की...
Priya Maithil
Sir very very good story that give a best moral.
Sir very very good story that give a best moral.
Rajan Sharma
3) “प्यार भरा ख़त”
3) “प्यार भरा ख़त”
Sapna Arora
किसी ने चोट खाई, कोई टूटा, कोई बिखर गया
किसी ने चोट खाई, कोई टूटा, कोई बिखर गया
Manoj Mahato
आ अब लौट चले
आ अब लौट चले
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
बहुत कष्ट है ज़िन्दगी में
Santosh Shrivastava
Loading...