Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 1 min read

” जीवन है गतिमान “

गीत

झुक गए तन मन दोनों भैया ,
झुके वही मतिमान !
दो पल का ठहराव भले दे ,
जीवन है गतिमान !!

बचपन में झुकना सीखा था ,
खूब नवाये शीश !
तरुणाई की ओर बढ़े तो ,
फिर जाना क्या ईश !
शिक्षा के सोपान चढ़े तो ,
पाया अपना मान !!

उपलब्धि की ओर बढ़े तो ,
झुकते देखे माथ !
अपने ही क्या और पराये ,
देने आए साथ !
तना रहा मस्तक सीना भी ,
पाए जब यशगान !!

सच को भी हम रहे नकारे ,
बदल गए जो ढंग !
ज्यों गिरगिट को देख बदलता ,
गिरगिट अपना रंग !
गिरता है चरित्र नीचे तब ,
बढ़ता है अभिमान !!

कस बल काया के ढीले हैं ,
बदला बदला दौर !
अपने भी अब सुने न अपनी ,
बदलें इत उत ठौर !
सुमिरन , चिंतन , मनन ,नमन है ,
बन ले जरा सुजान !!

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्य प्रदेश )

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 311 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
लोगों को और कब तलक उल्लू बनाओगे?
Abhishek Soni
सन्देश
सन्देश
Uttirna Dhar
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
अनर्गल गीत नहीं गाती हूं!
Mukta Rashmi
😊😊😊
😊😊😊
*प्रणय प्रभात*
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
माया फील गुड की [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
चला मुरारी हीरो बनने ....
चला मुरारी हीरो बनने ....
Abasaheb Sarjerao Mhaske
निपुण बनेंगेहम।
निपुण बनेंगेहम।
shashisingh7232
जा लिख दे आसमान पे
जा लिख दे आसमान पे
Shekhar Chandra Mitra
प्रतिभा दमन, कारण एवं निवारण
प्रतिभा दमन, कारण एवं निवारण
Sudhir srivastava
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*दिल से*
*दिल से*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
कहां गई वो दीवाली और श्रीलक्ष्मी पूजन
Suryakant Dwivedi
एक बेहतर सरकार अनुशासन प्रशासन और आश्वसन से चलती है,,
एक बेहतर सरकार अनुशासन प्रशासन और आश्वसन से चलती है,,
raijyoti47.
4804.*पूर्णिका*
4804.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रथम माता शैलपुत्री
प्रथम माता शैलपुत्री
Dr Archana Gupta
कृपा का हाथ
कृपा का हाथ
Dr.Pratibha Prakash
भाई-बहिन का प्यार
भाई-बहिन का प्यार
Surya Barman
यकीन
यकीन
Ruchika Rai
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
चार लोग
चार लोग
seema sharma
"ला-ईलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
मानवता का मुखड़ा
मानवता का मुखड़ा
Seema Garg
Falling Out Of Love
Falling Out Of Love
Vedha Singh
कैसे कहूँ किसको कहूँ
कैसे कहूँ किसको कहूँ
DrLakshman Jha Parimal
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
निगाहों में छुपा लेंगे तू चेहरा तो दिखा जाना ।
Phool gufran
सपने के सपनों में
सपने के सपनों में
Radha Bablu mishra
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
बदलती हवाओं की परवाह ना कर रहगुजर
VINOD CHAUHAN
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
हरेली तिहार
हरेली तिहार
डिजेन्द्र कुर्रे
माँ मुझे विश्राम दे
माँ मुझे विश्राम दे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
Loading...