Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jan 2024 · 1 min read

यही रात अंतिम यही रात भारी।

यही रात अंतिम यही रात भारी।

आनंद अतिरेक अनुपम अबोला,
अदभुद ही आएगा प्राची से डोला,
कण कण सुवासित प्रभासित करेगा,
उपहार लाएगा किरणों का मेला,
वंचित न कर देना कल की सुबह से,
करुण प्रार्थना तुमसे कोदंड धारी।

यही रात अंतिम यही रात भारी।

नूतन जगत का कमल कल खिलेगा,
कलंकित कलह कीच का तम मिटेगा,
सदियों के दासत्व का अंत होगा,
सुधा सोम संगम सनातन सजेगा,
समर्पित था तुमको समर्पित रहूंगा,
समर्पित हूं तुमको अवध के बिहारी।

यही रात अंतिम यही रात भारी।

कराएंगे परिचित तुम्हारे कवित से,
सिखाएंगे जीना तुम्हारे चरित से,
संहार दुष्टों का कैसे हैं करते,
व्यवहार कैसा उचित है दमित से,
तुम्ही बीज ब्रह्मांड पादप तुम्ही हो,
त्रिदेव तुम राम तुम ही मुरारी।

यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans

Language: Hindi
Tag: गीत
204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Kumar Kalhans
View all

You may also like these posts

खुद को महसूस
खुद को महसूस
Dr fauzia Naseem shad
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
वस्तुएं महंगी नही आप गरीब है जैसे ही आपकी आय बढ़ेगी आपको हर
Rj Anand Prajapati
🌹मैं कौन हूँ 🌹
🌹मैं कौन हूँ 🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय प्रभात*
जब घर मे बेटी जन्म लेती है तो माँ बोलती है मेरी गुड़िया रानी
जब घर मे बेटी जन्म लेती है तो माँ बोलती है मेरी गुड़िया रानी
Swara Kumari arya
*लव यू ज़िंदगी*
*लव यू ज़िंदगी*
sudhir kumar
'सशक्त नारी'
'सशक्त नारी'
Godambari Negi
ग्यारह मई
ग्यारह मई
Priya Maithil
कुछ मुकाम पाने है तो काफी कुछ छोड़ने का साहस दिखाना होगा। क्
कुछ मुकाम पाने है तो काफी कुछ छोड़ने का साहस दिखाना होगा। क्
पूर्वार्थ
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
दोस्ती....
दोस्ती....
Harminder Kaur
आभार🙏
आभार🙏
पं अंजू पांडेय अश्रु
3537.💐 *पूर्णिका* 💐
3537.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*टूटे जब दो दॉंत एक दिन, गुड़िया रानी रोई (बाल कविता)*
*टूटे जब दो दॉंत एक दिन, गुड़िया रानी रोई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"वोटर जिन्दा है"
Dr. Kishan tandon kranti
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
VINOD CHAUHAN
- तुम्हारे मेरे प्रेम की पंक्तियां -
- तुम्हारे मेरे प्रेम की पंक्तियां -
bharat gehlot
जय संविधान...✊🇮🇳
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
ये सच है मुश्किलों को कम नहीं झेला है हमने
ये सच है मुश्किलों को कम नहीं झेला है हमने
Dr Archana Gupta
भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
उम्र गुजर जाएगी।
उम्र गुजर जाएगी।
Rekha khichi
दोहा त्रयी. . . . चित्रकार
दोहा त्रयी. . . . चित्रकार
sushil sarna
चिंता, फ़िक्र, कद्र और परवाह यही तो प्यार है,
चिंता, फ़िक्र, कद्र और परवाह यही तो प्यार है,
Ajit Kumar "Karn"
पिता का बेटी को पत्र
पिता का बेटी को पत्र
प्रीतम श्रावस्तवी
*दो टूक बात*
*दो टूक बात*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
बेढंगें लोग
बेढंगें लोग
विक्रम सिंह
माना   कि  बल   बहुत  है
माना कि बल बहुत है
Paras Nath Jha
छन्द गीतिका
छन्द गीतिका
Ashwani Kumar
'कच' और 'देवयानी' पौराणिक कथा
'कच' और 'देवयानी' पौराणिक कथा
Indu Singh
राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
राम की गंगा और श्याम की यमुना ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...