जेसे दूसरों को खुशी बांटने से खुशी मिलती है
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
बढ़ी हैं दूरियाँ दिल की भले हम पास बैठे हों।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ज़िन्दगी का यक़ीन कैसे करें,
*जब भी अवसर मिले बंधु, तो लिखना नई कहानी (मुक्तक)*
गर मनपसंद साथ ना मिले तो तन्हाई रास आ ही जाती है।
प्यार का यह सिलसिला चलता रहे।
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
आओ हम सब प्रेम से, बोलें जय श्रीराम
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
नमाज़ों का पाबंद होकर के अपने