People don’t always see the battles you’re fighting the effo
फूल बिछाना चाहता हूं हर-सम्त उसकी राहों में,
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
इस दौलत इस शोहरत से सुकून
" मन भी लगे बवाली "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
रात की नदी में
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
मधुमास
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
वैसे जीवन के अगले पल की कोई गारन्टी नही है
साक्षात्कार- पीयूष गोयल दर्पण छवि लेखक