Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2023 · 1 min read

हार का पहना हार

आ गई एक दिन
हार मेरे सामने
हंस रही थी वो
दुखी मुझे देख के

मन तो ना था मेरा
बांत करने का जरा
पर प्रश्न जो उसने किया
निरूत्तर भी रह ना सका

क्या निराशा का हार ही
सदा मुझे पहनाओगे ?
पाठ जो सिखाया है
क्या समझ ना पाओगे?

मेहनत भरपूर थी
जोश भी कम ना था
हाथ जीत से मिलाना
नसीब को पसंद ना था

मैने चुना है तुम्हे या
तुमने मुझे है चुना ?
जीत तो उसी की थी
जिसमे ज्यादा दम भरा

तुमसे पाई है सीख तो
सुधार बेशक मैं करू
पर गवां दिया जो जोश
उसे कंहा से मैं भंरू

यही तो है कर्म तेरा
भाव को तू थाम ले
कमी को सुधार के
हौंसले को उड़ान दे

हार बस एक पडाव
जीत की मंजिल का
सांस भर, विचार कर
फिर लक्ष्य को बढे चाला

संदीप पांडे”शिष्य” अजमेर

Language: Hindi
3 Likes · 176 Views
Books from Sandeep Pande
View all

You may also like these posts

"खतरनाक"
Dr. Kishan tandon kranti
*इंसान बन जाओ*
*इंसान बन जाओ*
Shashank Mishra
आखिरी ख़्वाहिश
आखिरी ख़्वाहिश
NAVNEET SINGH
सितारे  अभी  जगमगाने  लगे।
सितारे अभी जगमगाने लगे।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आपको याद भी
आपको याद भी
Dr fauzia Naseem shad
कहाँ मिलोगे?
कहाँ मिलोगे?
Rambali Mishra
प्रेम क्या है?
प्रेम क्या है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
बहुत-सी प्रेम कहानियाँ
पूर्वार्थ
नज़्म
नज़्म
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सहयोग की बातें कहाँ, विचार तो मिलते नहीं ,मिलना दिवा स्वप्न
सहयोग की बातें कहाँ, विचार तो मिलते नहीं ,मिलना दिवा स्वप्न
DrLakshman Jha Parimal
वो काल है - कपाल है,
वो काल है - कपाल है,
manjula chauhan
अनौठो_संवाद (#नेपाली_लघु_कथा)
अनौठो_संवाद (#नेपाली_लघु_कथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
निरोगी काया
निरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
3238.*पूर्णिका*
3238.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
My love and life
My love and life
Neeraj kumar Soni
माँ
माँ
संजय कुमार संजू
हम तो बस ....
हम तो बस ....
sushil yadav
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
Jaikrishan Uniyal
कर्क चतुर्थी
कर्क चतुर्थी
मधुसूदन गौतम
भावुक हृदय
भावुक हृदय
Dr. Upasana Pandey
बुंदेली चौकड़िया
बुंदेली चौकड़िया
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■जे&के■
■जे&के■
*प्रणय*
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
अपने ज्ञान को दबा कर पैसा कमाना नौकरी कहलाता है!
Suraj kushwaha
सांझ
सांझ
Lalni Bhardwaj
जनता का उद्धार
जनता का उद्धार
RAMESH SHARMA
चुरा लो हसीन लम्हो को उम्र से, जिम्मेदारियां मोहलत कब देती ह
चुरा लो हसीन लम्हो को उम्र से, जिम्मेदारियां मोहलत कब देती ह
$úDhÁ MãÚ₹Yá
Save the forest.
Save the forest.
Buddha Prakash
अश'आर
अश'आर
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
अरे सुन तो तेरे हर सवाल का जवाब हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
कलम दवात
कलम दवात
Sudhir srivastava
Loading...