Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jul 2021 · 1 min read

Save the forest.

O my dear forest!
be green and dense,
spread far and wide on the land,
always seems green in heavy rains.

O my dear forest!
you’re the earth’s best friend,
makes the environment pure and cure.
all the creatures live inside the forest.

O my dear forest!
you’re fulfill with several trees,
big,tall,short and huge,
forest are fruitful resources for human beings.

O my dear forest!
you’re wonderful ,
found on land,mountains height and swamp areas,
mostly at the river besides.

O my dear forest!
Grow and spread greenery on this earth,
All human beings should plant a tree,
save the forest and the earth itself.

Written by-
****Buddha Prakash
***Mauada,Hamirpur.

Language: English
4 Likes · 664 Views
Books from Buddha Prakash
View all

You may also like these posts

लघुकथा-
लघुकथा- "कैंसर" डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
एहसासों को अपने अल्फ़ाज़ देना ,
Dr fauzia Naseem shad
पाक दामन कौन है यहां ?
पाक दामन कौन है यहां ?
ओनिका सेतिया 'अनु '
65 वर्ष की काव्यात्रा
65 वर्ष की काव्यात्रा
Manoj Shrivastava
ये मेरा इंदौर है
ये मेरा इंदौर है
Usha Gupta
दोहा सप्तक. . . . विविध
दोहा सप्तक. . . . विविध
sushil sarna
गांव गाय अरु घास बचाओ !
गांव गाय अरु घास बचाओ !
Anil Kumar Mishra
Under This Naked Sky I Wish To Hold You In My Arms Tight.
Under This Naked Sky I Wish To Hold You In My Arms Tight.
Manisha Manjari
मोल
मोल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
जब किसान के बेटे को गोबर में बदबू आने लग जाए
शेखर सिंह
तुझे देखने को करता है मन
तुझे देखने को करता है मन
Rituraj shivem verma
पंखा
पंखा
देवराज यादव
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
Subhash Singhai
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
#गहिरो_संदेश (#नेपाली_लघुकथा)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
तो क्या
तो क्या
Swami Ganganiya
मुझे  पता  है  तू  जलता  है।
मुझे पता है तू जलता है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
1 *मेरे दिल की जुबां, मेरी कलम से*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
तुझसे दिल लगाने के बाद
तुझसे दिल लगाने के बाद
डॉ. एकान्त नेगी
मन में जो भी भाव लेकर कार्य करोगे आप वैसे ही परिणाम को पाओगे
मन में जो भी भाव लेकर कार्य करोगे आप वैसे ही परिणाम को पाओगे
Rj Anand Prajapati
झील का पानी
झील का पानी
Kanchan Advaita
गुरु कुल में (गोपी )
गुरु कुल में (गोपी )
guru saxena
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
अफसोस मेरे दिल पे ये रहेगा उम्र भर ।
Phool gufran
दिल
दिल
sheema anmol
..
..
*प्रणय*
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
जब उम्र कुछ कर गुजरने की होती है
Harminder Kaur
Neet aspirant suicide in Kota.....
Neet aspirant suicide in Kota.....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नशा त्याग दो
नशा त्याग दो
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
एक कदम हम बढ़ाते हैं ....🏃🏿
एक कदम हम बढ़ाते हैं ....🏃🏿
Ajit Kumar "Karn"
कमबख्त़ तुम याद बहुत आती हो....!
कमबख्त़ तुम याद बहुत आती हो....!
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...