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8 Nov 2023 · 1 min read

दो शब्द सही

दो शब्द सही प्रशंसा के,
ह्रदय से किया करिये।
अल्प इस जीवन में,
निःस्वार्थ मिला करिये ॥

व्यर्थ, निरर्थक बातों से
मन मैला न किया करिये।
विश्वास योग्य बातों पर
विश्वास किया करिये ।।

अच्छा है मिलना सबसे
स्वयं से भी मिला करिये ।
बन जाओगे पाप के भागी
परनिंदा न किया करिये ॥

हाँ हाँ में किसी की कभी
हाँ-हाँ न किया करिये ।
जिसमें न हो मन राज़ी
इंकार किया करिये ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

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