Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2023 · 1 min read

*वोट हमें बनवाना है।*

वोट हमें बनवाना है।
पापा माता सुन लो भाई, वोट बनवाओ जाकर ताई।
किसान बाबू और हलवाई, सरकार बनेगी वोट से भाई।।१।।
हो गई उम्र अट्ठारह अब, वोट हमें बनवाना है।
वोट की ताकत ये होती है, ये हमने पहचाना है।
आसपास कैंप लगे हैं और चला है अभियान,
पहले खुद का वोट बनवाओ, फिर पड़ोसी को बताना है।।२।।
रहो जागरुक करो जागरूक और करो प्रचार।
कीमत उससे पूछो वोट की, जो गया एक वोट से हार।
करना है प्रचार वोट का, रहना है तैयार।
दुष्यन्त कुमार करता प्रचार, वोट है लोकतंत्र का आधार।।३।।

Language: Hindi
6 Likes · 283 Views
Books from Dushyant Kumar
View all

You may also like these posts

आँसू
आँसू
Karuna Bhalla
व्यर्थ जीवन
व्यर्थ जीवन
Shekhar Chandra Mitra
क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
Surinder blackpen
Ranjeet Kumar Shukla- kanhauli
Ranjeet Kumar Shukla- kanhauli
हाजीपुर
मूर्ख बताने वालो
मूर्ख बताने वालो
Dr.Pratibha Prakash
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
अब तुझे रोने न दूँगा।
अब तुझे रोने न दूँगा।
Anil Mishra Prahari
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
लाचार द्रौपदी
लाचार द्रौपदी
आशा शैली
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
बहुत कुछ अरमान थे दिल में हमारे ।
Rajesh vyas
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3343.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मजदूर हूँ साहेब
मजदूर हूँ साहेब
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
" मानसून "
Dr. Kishan tandon kranti
!! स्वर्णिम भारत !!
!! स्वर्णिम भारत !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*धुॅंधला मैला बचा-खुचा-सा, पाया चित्र पुराना (गीत)*
*धुॅंधला मैला बचा-खुचा-सा, पाया चित्र पुराना (गीत)*
Ravi Prakash
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
विषय:भारतीय राष्ट्रीय ध्वज।
Priya princess panwar
( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हाला
( सब कुछ बदलने की चाह में जब कुछ भी बदला ना जा सके , तब हाला
Seema Verma
नारी
नारी
लक्ष्मी सिंह
बच्चो की कविता -गधा बड़ा भोला
बच्चो की कविता -गधा बड़ा भोला
अमित
ये ना पूछो
ये ना पूछो
Nitu Sah
आगे हमेशा बढ़ें हम
आगे हमेशा बढ़ें हम
surenderpal vaidya
हवा तो आज़ भी नहीं मिल रही है
हवा तो आज़ भी नहीं मिल रही है
Sonam Puneet Dubey
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
Problem is a constant part of life. If you solve one problem
Problem is a constant part of life. If you solve one problem
Ritesh Deo
स्वयं से बात
स्वयं से बात
Rambali Mishra
ज़िंदगी जी भर जी कर देख लिया मैंने,
ज़िंदगी जी भर जी कर देख लिया मैंने,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दोहा त्रयी. . . . . नवयुग
दोहा त्रयी. . . . . नवयुग
sushil sarna
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
*राज सारे दरमियाँ आज खोलूँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...