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1 Nov 2023 · 1 min read

राह हमारे विद्यालय की

जहाँ हरियाली हो सड़क किनारे
जहाँ मन में कान्हा बसते हों
जहाँ दिल जपता हो राधे राधे
जहाँ बादल रंग बरसते हों
ये राह हमारे विद्यालय की
दिल खुशियों से भर जाती
वो खुशबू वृन्दावन वाली
साँसों में सुबह उतर जाती
यहाँ भक्तजनों का आना जाना
यहाँ हर कोई कन्हैया दीवाना
ये राह चौरासी परिक्रमा
है स्वर्ग क्या, ये पहचाना
… भंडारी लोकेश ✍️

Language: Hindi
1 Like · 267 Views
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