Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2023 · 1 min read

है कहीं धूप तो फिर कही छांव है

है कहीं धूप तो फिर कही छांव है
इस जहा मे न मिलता कहीं ठाव है।
रफ्ता रफ्ता यु ही कट रही जिंदगी,
बेबसी के तले अब दबे पाव है।

चल रही बेबसी में हर इक सांस है,
जिस्म पर लगे अनगिनत घाव है।
सिसकियों में दबे सारे अरमान है,
अब जुबां पर नहीं प्रेम के भाव है।

है बिखरते सभी सबके सपने यहां
कौन इनको संभाले नही चाव है।
एक रोटी कमाने की जद्दोजहद,
चल रहा हर कोई यहा दांव है।
निकुम्भ कि कलम से

2 Likes · 1 Comment · 531 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

दहेज एक समस्या– गीत।
दहेज एक समस्या– गीत।
Abhishek Soni
समय
समय
Arun Prasad
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
"जीवन का निचोड़"
Dr. Kishan tandon kranti
नर से नारायण
नर से नारायण
Pratibha Pandey
16. Caged Books
16. Caged Books
Ahtesham Ahmad
कृषक-किशोरी
कृषक-किशोरी
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
*आजादी का मतलब सीखो, मतलब इसका जिम्मेदारी (राधेश्यामी छंद)*
*आजादी का मतलब सीखो, मतलब इसका जिम्मेदारी (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
“समझा करो”
“समझा करो”
ओसमणी साहू 'ओश'
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
जिंदगी उधार की, रास्ते पर आ गई है
Smriti Singh
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए उनके वाहन का पूजन आवश्यक है
लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए उनके वाहन का पूजन आवश्यक है
*प्रणय प्रभात*
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
किस क़दर गहरा रिश्ता रहा
हिमांशु Kulshrestha
पत्थर की अभिलाषा
पत्थर की अभिलाषा
Shyam Sundar Subramanian
4246.💐 *पूर्णिका* 💐
4246.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
अब इश्क़ की हर रात सुहानी होगी ।
Phool gufran
इस सफर में कहो कौन कैसा कहाँ।
इस सफर में कहो कौन कैसा कहाँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
” सपनों में एक राजकुमार आता था “
” सपनों में एक राजकुमार आता था “
ज्योति
बाते सुनाते हैं
बाते सुनाते हैं
Meenakshi Bhatnagar
तेरा प्यार भुला न सके
तेरा प्यार भुला न सके
Jyoti Roshni
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़  हुए  लाचार ।
याद अमानत बन गयी, लफ्ज़ हुए लाचार ।
sushil sarna
कैसे भूलूँ
कैसे भूलूँ
Dipak Kumar "Girja"
भीगा तन
भीगा तन
Gajanand Digoniya jigyasu
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
स्वप्निल दृग
स्वप्निल दृग
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
विश्व की छवि प्यारी
विश्व की छवि प्यारी"
श्रीहर्ष आचार्य
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
एक भ्रम जाल है
एक भ्रम जाल है
Atul "Krishn"
कैसे करें इन पर यकीन
कैसे करें इन पर यकीन
gurudeenverma198
मेरे महबूब ने मुझको साहिल अपना बनाया है।
मेरे महबूब ने मुझको साहिल अपना बनाया है।
Madhu Gupta "अपराजिता"
Loading...