Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2023 · 1 min read

* बाल विवाह मुक्त भारत *

लेखक : डॉ अरुण कुमार शास्त्री – पूर्व निदेशक – आयुष – दिल्ली

बाल विवाह मुक्त भारत कहण ते के ,
बाल विवाह मुक्त भारत हो जावेगा ।

कसूति कोशिश करणी होगी फेर मुकाम पे आवेगा ।
प्रण लेणा होवेगा भाइयों इस खातिर ।

वीर ते ज्यादा मरद की कोशिश चाहवेगी ।
फेर किसे तरिया ये आजादी आवेगी ।

अपणे – अपणे स्वार्थ छोड के दिल कैडा करना होगा ।
बाल विवाह मुक्त भारत हम सब ने करणा होगा ।

छोरा छोरी एक समान हर माणस ने समझना होगा ।
छोरी पढ ले छक के जब उसका व्याह करणा होगा ।
खालो कसम, अठरा से पहले छोरी नहीं व्याही जावेगी ।
देस के हर जण माणस के भीतर यही बात से पहुंचाणी ।

कुछ भी हो ज्या धरती फट जा चाहे कुनवा मिट जावे सारा ।
बालक पण में नहीं करेंगे व्याह , सब वचन भरेंगे हम म्हारा ।

भारत देश की नाक देखलों अब होर नहीं से कटवाणी ।
नर नारी की मेहनत से सब आशा पूरी हो जाणी ।

ढलते – ढलते बुरे दिनों का अंधकार से मिट जावेगा ।
एक नये भारत का सपना पूरा असर दिखावेगा ।

दुश्मन की चाल हम एक नहीं चलने देंगे ।
भारत माता के सपूत हम आन नहीं झुकने देंगे ।

256 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
Ravikesh Jha
अमृत वचन
अमृत वचन
Dp Gangwar
"वक्त इतना जल्दी ढल जाता है"
Ajit Kumar "Karn"
कविता
कविता
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
4449.*पूर्णिका*
4449.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*
*अच्छा रहता कम ही खाना (बाल कविता)*
Ravi Prakash
खूबसूरत देखने की आदत
खूबसूरत देखने की आदत
Ritu Asooja
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
ओसमणी साहू 'ओश'
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
Anil Kumar Mishra
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
हम न रोएंगे अब किसी के लिए।
सत्य कुमार प्रेमी
कविता
कविता
Nmita Sharma
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव
Sunil Maheshwari
हां मैं दोगला...!
हां मैं दोगला...!
भवेश
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ଭଗବାନ କିଏ
ଭଗବାନ କିଏ
Otteri Selvakumar
दोहरापन
दोहरापन
Nitin Kulkarni
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
पूर्वार्थ
मेरी सखी चाय रानी
मेरी सखी चाय रानी
Seema gupta,Alwar
समय आता है
समय आता है
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
..
..
*प्रणय*
*पितृ-दिवस*
*पितृ-दिवस*
Pallavi Mishra
मीनू
मीनू
Shashi Mahajan
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बेअसर
बेअसर
SHAMA PARVEEN
दोहा त्रयी. . . दम्भ
दोहा त्रयी. . . दम्भ
sushil sarna
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हाँ, मैं पुरुष हूँ
हिमांशु Kulshrestha
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...