Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Sep 2023 · 1 min read

कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,

कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
और एक उम्र कुछ अनुभव दे जाते हैं।
ज़ख्म लगाकर कभी अभिमान या स्वाभिमान पर,
जिंदगी को कई नई सिख दे जाते हैं।
मुट्ठी से फिसलती रेत सी जिंदगी,
लहरों से बनती और बिगड़ती है ।
डगमगाती किश्तियों को किनारे तक पहुचने का,
हर बार नया हौसला दे जाती है।

2 Likes · 3 Comments · 961 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
मूँछ पर दोहे (मूँछ-मुच्छड़ पुराण दोहावली )
Subhash Singhai
*त्योरी अफसर की चढ़ी ,फाइल थी बिन नोट  * [ हास्य कुंडलिया 】
*त्योरी अफसर की चढ़ी ,फाइल थी बिन नोट * [ हास्य कुंडलिया 】
Ravi Prakash
सूली का दर्द बेहतर
सूली का दर्द बेहतर
Atul "Krishn"
प्रेम सुधा
प्रेम सुधा
लक्ष्मी सिंह
सभी मित्रों को रंगपर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं
सभी मित्रों को रंगपर्व होली की हार्दिक शुभकामनाएं
Dr Archana Gupta
बनते बनते जब बिगड़, गई हमारी बात।
बनते बनते जब बिगड़, गई हमारी बात।
Suryakant Dwivedi
ऐसा दिन नहीं ऐसी रात नहीं
ऐसा दिन नहीं ऐसी रात नहीं
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
भूख
भूख
Neeraj Kumar Agarwal
” अनोखा रिश्ता “
” अनोखा रिश्ता “
ज्योति
गले लगना है तो उसको कहो अभी लग जाए
गले लगना है तो उसको कहो अभी लग जाए
Jyoti Roshni
रक्तदान जिम्मेदारी
रक्तदान जिम्मेदारी
Sudhir srivastava
कोमल अग्रवाल की कलम से ' इतना सोचा तुम्हें '
कोमल अग्रवाल की कलम से ' इतना सोचा तुम्हें '
komalagrawal750
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
AE888
*Rising Waves*
*Rising Waves*
Veneeta Narula
लिखूँगा तुम्हें..
लिखूँगा तुम्हें..
हिमांशु Kulshrestha
Problem of Pollution
Problem of Pollution
Deep Shikha
..
..
*प्रणय प्रभात*
कागज के रिश्ते
कागज के रिश्ते
Mandar Gangal
सबके संग रम जाते कृष्ण
सबके संग रम जाते कृष्ण
Pratibha Pandey
हारे के सहारे
हारे के सहारे
विशाल शुक्ल
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
न पणिहारिन नजर आई
न पणिहारिन नजर आई
RAMESH SHARMA
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"नाथूराम गोडसे" जी ने कहा था कि, जो तुम्हारे देश के खिलाफ बो
ललकार भारद्वाज
4660.*पूर्णिका*
4660.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"मोहलत"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल (ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे)
ग़ज़ल (ये अन्दाज़ अपने निराले रहेंगे)
डॉक्टर रागिनी
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
कीमतें भी चुकाकर देख ली मैंने इज़हार-ए-इश्क़ में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यह हार,जीत का गहना है।
यह हार,जीत का गहना है।
दीपक झा रुद्रा
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
बारिश ने बरस कर फिर गुलशन को बदल डाला ,
Neelofar Khan
Loading...