Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2023 · 1 min read

कितना भी कर लो जतन

कितना भी कर लो जतन
तुम कर भी लो कई उपाय
भाग्य में लिखे अक्षर को
न कोई सके कभी मिटाय
हो कर्मवीर सच में अगर
तब सब खड़ा मिलेगा साथ
भाग्य रेखा को भी बदल दे
ठोस संकल्प मजबूत हाथ

Paras Nath Jha

381 Views
Books from Paras Nath Jha
View all

You may also like these posts

शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
ARPANA singh
सच ही सच
सच ही सच
Neeraj Agarwal
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
एक दूसरे से कुछ न लिया जाए तो कैसा
Shweta Soni
विज्ञापन
विज्ञापन
Dr. Kishan tandon kranti
जाडा अपनी जवानी पर है
जाडा अपनी जवानी पर है
Ram Krishan Rastogi
पिता का गीत
पिता का गीत
Suryakant Dwivedi
तज द्वेष
तज द्वेष
Neelam Sharma
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
शिकार और शिकारी
शिकार और शिकारी
आशा शैली
SP56 एक सुधी श्रोता
SP56 एक सुधी श्रोता
Manoj Shrivastava
3992.💐 *पूर्णिका* 💐
3992.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
औरतें नदी की तरह होतीं हैं। दो किनारों के बीच बहतीं हुईं। कि
पूर्वार्थ
कभी - कभी
कभी - कभी
Shyam Sundar Subramanian
सत्य की ख़ोज़ पर दोहे
सत्य की ख़ोज़ पर दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
बच्चे कहाँ सोयेंगे...???
Kanchan Khanna
बचपन याद आ रहा
बचपन याद आ रहा
Sandeep Kumar
इतिहास कचरा है
इतिहास कचरा है
Shekhar Chandra Mitra
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
अधिकतर प्रेम-सम्बन्धों में परिचय, रिश्तों और उम्मीदों का बोझ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
Manisha Manjari
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
कैसे मैं खुशियाँ पिरोऊँ ?
Saraswati Bajpai
हमें लगा  कि वो, गए-गुजरे निकले
हमें लगा कि वो, गए-गुजरे निकले
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
रास्ते पर कांटे बिछे हो चाहे, अपनी मंजिल का पता हम जानते है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
सहज बन जाती
सहज बन जाती
Seema gupta,Alwar
" नयन अभिराम आये हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
गर जानना चाहते हो
गर जानना चाहते हो
SATPAL CHAUHAN
"आशा" के दोहे '
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
रुसल कनिया
रुसल कनिया
Bindesh kumar jha
Loading...