Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2023 · 2 min read

शनि देव

शनि देव, अमर अध्यात्म का प्रतीक,
जो भी उनसे जुड़ा हो, उसे लगता है अशीक,
धरती पर उनका आभास तो होता ही है,
लेकिन उनकी काया एक अदभुत ताकत होती है।

शनि देव, उनकी दृष्टि सभी पर ठहरती है,
उनके दंड से बचने के लिए हर कोई डरता है,
लेकिन जो उनकी भक्ति से जुड़ जाता है,
उसे शनि देव का आशीर्वाद सदा मिलता है।

शनि देव, जिनके दर्शन से सब दुःख दूर होते हैं,
उनके भक्तों के जीवन में सुख-शांति बरसाते हैं,
शनि देव की कृपा से ही भक्तों की हर इच्छा पूरी होती है,
उनके आशीर्वाद से ही सभी दुःख दूर होते हैं।

शनि देव, उनका नाम सुनते ही जीवन में आती है ताकत,
उनके दर्शन से जीवन में मिलती है अमिट शक्ति,
शनि देव के भक्त उनकी भक्ति में खो जाते हैं,
उनकी कृपा से जीवन के सभी दुःखों से मुक्ति पाते हैं।

शनि देव, जिनकी भक्ति से होता है दुःखों का नाश,
उनके दर्शन से मिटती है हर परेशानी की आश,
शनि देव की कृपा से हर कार्य होता है सफल,
उनके आशीर्वाद से हर इच्छा पूरी होती है संकल्प।

शनि देव, जिनकी भक्ति से हमेशा जिए जाते हैं,
उनके दर्शन से हमेशा खुशियों से भरे रहते हैं,
शनि देव के भक्त हमेशा उनके ध्यान में रहते हैं,
उनके आशीर्वाद से हमेशा सफलता के मार्ग पर रहते हैं।

शनि देव, जिनकी भक्ति से मिलता है मोक्ष का साधन,
उनके दर्शन से मिलती है जीवन की एक नई पहचान,
शनि देव की कृपा से हमेशा रहता है जीवन में सौभाग्य,
उनके आशीर्वाद से हमेशा रहता है समृद्धि और सम्मान।

शनि देव, जिनकी भक्ति से होती है सभी अधिकारी,
उनके दर्शन से होती है सभी संकटों की दूरी,
शनि देव की कृपा से होती है सभी मनोकामनाएं पूर्ण,
उनके आशीर्वाद से होते हैं सभी कार्य सफल |

अपनी कृपा हमेशा हम पर रखना प्रभु,
हम है बच्चे आपके, आप हो हमारे भगवान |
शनि देव, आप के आशीष से मिलता है नई जीवन,
उनके आशीर्वाद से होता है हर कार्य संपन्न |
जय शनि देव 🙏

259 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sidhartha Mishra
View all

You may also like these posts

चंदन माटी मातृभूमि का
चंदन माटी मातृभूमि का
Sudhir srivastava
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"हर बाप ऐसा ही होता है" -कविता रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
शब्दों की खेती
शब्दों की खेती
कुमार अविनाश 'केसर'
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
श्याम सांवरा
"विजयादशमी"
Shashi kala vyas
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गंगा
गंगा
Madhuri mahakash
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
Roopali Sharma
"चार चाँद"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल होती है
ग़ज़ल होती है
Anis Shah
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कमाल किया उस ख़ुदा ने,
कमाल किया उस ख़ुदा ने,
Madhu Gupta "अपराजिता"
बांटेगा मुस्कान
बांटेगा मुस्कान
RAMESH SHARMA
जब सुनने वाला
जब सुनने वाला
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तक़दीर का ही खेल
तक़दीर का ही खेल
Monika Arora
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
पूर्वार्थ
प्यार ही ईश्वर है
प्यार ही ईश्वर है
Rambali Mishra
सच्चा लगता झूठ का,
सच्चा लगता झूठ का,
sushil sarna
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
Ravi Prakash
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
शेखर सिंह
#घर की तख्ती#
#घर की तख्ती#
Madhavi Srivastava
Education
Education
Shashi Mahajan
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*दुविधाओं*
*दुविधाओं*
Acharya Shilak Ram
दशमेश के ग्यारह वचन
दशमेश के ग्यारह वचन
Satish Srijan
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
Loading...