Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2023 · 2 min read

तन्हाई

जब तन्हा रहता हूँ मैं,
खुद से बातें करता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों और दुःखों के समान खड़ा हूँ मैं।

अकेले रहने की आदत है मेरी,
जानता हूँ, ये दुनिया है ढेरी।
फिर भी तन्हाई मेरे लिए,
जैसे कोई अमृत धारा है।

तन्हाई के साथ जब रहता हूँ,
खुद से जुड़ता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।

जब तन्हा रहता हूँ मैं,
तब खुद से मिल जाता हूँ मैं।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीता हूँ मैं।

तन्हाई की ये अनूठी शक्ति है,
जो दुनिया में नहीं है कहीं।
ये तन्हाई मुझे बताती है,
जीवन की महत्ता के बारे में सबकुछ जो मैंने समझा नहीं।

तन्हाई मेरा साथी है,
जो मेरे साथ हर पल रहती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीवन के बढ़ते कदमों को धड़कता हूं मैं।

तन्हाई मेरा आधार है,
जो मुझे जीवन के समय सहारा देती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
मुझे जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।

तन्हाई मेरी शक्ति है,
जो मुझे हमेशा बलिदान करने के लिए तैयार रखती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक संघर्ष को जीवन का सफर बनाता हूँ मैं।

तन्हाई के साथ जब रहता हूँ,
तब मुझे अपनी असली ताकत मिलती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
खुशियों के संग जीवन के सभी संघर्षों से लड़ता हूँ मैं।

तन्हाई का ये रंग,
जो मुझे समझाता है जीवन के असली मतलब के बारे में।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक पल को संगीत की तरह गुजारता हूँ मैं।

तन्हाई मेरी पहचान है,
जो मुझे हमेशा अलग बना कर रखती है।
अपनी तन्हाई के साथ,
हर एक संघर्ष को जीवन का सफर बनाता हूँ मैं।

394 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sidhartha Mishra
View all

You may also like these posts

चंदन माटी मातृभूमि का
चंदन माटी मातृभूमि का
Sudhir srivastava
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
प्रगति पथ पर बढ़ते जाओ
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"हर बाप ऐसा ही होता है" -कविता रचना
Dr Mukesh 'Aseemit'
शब्दों की खेती
शब्दों की खेती
कुमार अविनाश 'केसर'
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
सुकून की तलाश ने, प्रकृति की भाषा सिखा दी।
श्याम सांवरा
"विजयादशमी"
Shashi kala vyas
चार बजे
चार बजे
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
गंगा
गंगा
Madhuri mahakash
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
शोभा वरनि न जाए, अयोध्या धाम की
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
एक सुहागिन का 'शुक्रिया'
Roopali Sharma
"चार चाँद"
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल होती है
ग़ज़ल होती है
Anis Shah
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
घृणा के बारे में / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
4039.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कमाल किया उस ख़ुदा ने,
कमाल किया उस ख़ुदा ने,
Madhu Gupta "अपराजिता"
बांटेगा मुस्कान
बांटेगा मुस्कान
RAMESH SHARMA
जब सुनने वाला
जब सुनने वाला
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
तक़दीर का ही खेल
तक़दीर का ही खेल
Monika Arora
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
अंत में कुछ नहीं बचता है..हम हँस नहीं पाते हैं
पूर्वार्थ
प्यार ही ईश्वर है
प्यार ही ईश्वर है
Rambali Mishra
सच्चा लगता झूठ का,
सच्चा लगता झूठ का,
sushil sarna
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
*राखी का धागा एक बॅंधा, तो प्रिय पावन संबंध जुड़ा (राधेश्याम
Ravi Prakash
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
शेखर सिंह
#घर की तख्ती#
#घर की तख्ती#
Madhavi Srivastava
Education
Education
Shashi Mahajan
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
फितरत दुनिया की...
फितरत दुनिया की...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*दुविधाओं*
*दुविधाओं*
Acharya Shilak Ram
दशमेश के ग्यारह वचन
दशमेश के ग्यारह वचन
Satish Srijan
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
Loading...