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5 Apr 2023 · 1 min read

आसमां पर घर बनाया है किसी ने।

आसमां पर घर बनाया है किसी ने।
चाँद को फिर घर बुलाया है किसी ने।
भावना के द्वार जो गुमसुम खड़ा था,
गीत वो फिर गुनगुनाया है किसी ने।
© सीमा अग्रवाल

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