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3 Oct 2022 · 1 min read

अब वो किसी और से इश्क़ लड़ाती हैं

रिश्तों की बात कहाँ से करे
वो बिल्कुल भी नहीं समझती हैं
कहने को मेरी पत्नी कहलाती हैं
अब वो किसी और से इश्क लड़ती हैं

अवैध संबंध बनाने से रोको तो
497 से अब आज़ादी दिखती हैं
पक्षपाती कानूनों की धौंस दिखाकर
अब वो किसी और से इश्क लड़ाती हैं

यार से उसकी यारी, अब भी जारी हैं
सातों वचन तोड़कर रातें कई गुजारी हैं
मीलॉर्ड की छत्रछाया बताकर
अब वो किसी और से इश्क लड़ाती है

अब घर घर से यही कहानी आती हैं
इनका भी वही, जो उनकी दर्द बताती है
कभी सास-ससुर, कभी पति को मारकर
अब वो किसी और से इश्क लड़ाती हैं

उसकी बेतुकी हरकतों को रोकें तो
सुबह शाम कोहराम मचाती रहती हैं
पूरे परिवार पर झूठे मुकदमे लिखाकर
अब वो किसी और से इश्क लड़ाती है

Language: Hindi
1 Like · 423 Views
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