कमलनयन सबके सखा
सुप्रभात संग कुछ दोहे संप्रेषित है 🙏
जय श्री कृष्णा!
कमलनयन सबके सखा, हैं सबके ही मीत।
शंख चक्र ले हाथ में, करते सबसे प्रीत।।(१)
मोर मुकुट है शीश पर, आभामंडल माथ।
सब पर नित किरपा करें, हैं वो सबके नाथ।(२)
पुष्पमाल गल में पड़ी,पीत वसन है गात।
माया से जिनकी सदा,जग में होय प्रभात।(३)
जन जीवों के हो तुम्ही, रक्षक औ करतार।
सब कुछ ही तुमने दिया,अटल करे आभार।।(४)
🙏💐🙏
अटल आ