Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2022 · 1 min read

दोहा

परनिंदा तो खूब हो ,अपना हो गुणगान ।
तन-मन में मिसरी घुले ,चाह रहे हैं कान ।।1

साधू संन्यासी कई ,साध रहे हैं योग ।
रहे बचे कुछ संत जो ,करते वैभव भोग ।।2

चाटुकार जग में बना ,सब दिन ही सिरमौर ।
जिह्वा मधुरस घोलती ,कथनी- करनी और ।।3

मोबाइल सुविधा बनी ,नित्य सूचना हेतु ।
अपराधों के जाल को,यह सुविधा का सेतु ।।4

नहीं नाचते दिख रहे ,अब जंगल में मोर ।
घर-बस्ती तक आ गए ,खूनी आदमखोर ।।5

कौड़ी-कौड़ी जोड़ के ,जुटा लिया सामान ।
रिक्त रहा उर प्रेम से ,बनता मन धनवान ।।6

दिन पर दिन बढ़ने लगे ,दुनिया में जंजाल ।
घिरे अर्थ के जाल में ,धनपति या कंगाल ।।7

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’शोहरत
स्वरचित

Language: Hindi
182 Views

You may also like these posts

काव्य का आस्वादन
काव्य का आस्वादन
कवि रमेशराज
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
इम्तेहां बार बार होते हैं
इम्तेहां बार बार होते हैं
Aslam 'Ashk'
"संस्कार'
DrLakshman Jha Parimal
पहली दस्तक
पहली दस्तक
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
వచ్చింది వచ్చింది దసరా పండుగ వచ్చింది..
వచ్చింది వచ్చింది దసరా పండుగ వచ్చింది..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
ग़ज़ल 1
ग़ज़ल 1
Deepesh Dwivedi
शुभ शुभ हो दीपावली, दुख हों सबसे दूर
शुभ शुभ हो दीपावली, दुख हों सबसे दूर
Dr Archana Gupta
"कविता का किसान"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम नग्न होकर आये
तुम नग्न होकर आये
पूर्वार्थ
पुष्प
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
"एक दीप जलाना चाहूँ"
Ekta chitrangini
मन की प्रीत
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
संवेदनाओं में है नई गुनगुनाहट
संवेदनाओं में है नई गुनगुनाहट
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जलहरण घनाक्षरी
जलहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
मेरा दिल भर आया बहुत सा
मेरा दिल भर आया बहुत सा
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ज्ञान-दीपक
ज्ञान-दीपक
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
रोटी
रोटी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
नयी कोपलें लगी झाँकने,पा धरती का प्यार ।
नयी कोपलें लगी झाँकने,पा धरती का प्यार ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
जीवन में सम्मान
जीवन में सम्मान
RAMESH SHARMA
दिल पे पत्थर ना रखो
दिल पे पत्थर ना रखो
shabina. Naaz
sp51 युग के हर दौर में
sp51 युग के हर दौर में
Manoj Shrivastava
सफ़र जो खुद से मिला दे।
सफ़र जो खुद से मिला दे।
Rekha khichi
नारी की नज़र में नारी
नारी की नज़र में नारी
Kshma Urmila
हिस्से की धूप
हिस्से की धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
'भारत पुत्री'
'भारत पुत्री'
Godambari Negi
करी लाडू
करी लाडू
Ranjeet kumar patre
झूठ
झूठ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
घुटन
घुटन
Preksha mehta
Loading...