Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Sep 2021 · 1 min read

हम पागल प्रेमी हईं, लोग कहे नादान

दुश्मन के भी दोस्त हऽ, भारत देश महान।
आँख टरेरल बंद कर, ऐ मूरख नादान।।

झूठे ललकारत हवे, दिखलावत बा शान।
कई बार हारल हवे, चीन पाक नादान।।

लालच में अझुरा गइल, मन पापी बइमान।
माटी पर अगरा रहल, मूर्ख मनुज नादान।।

तन माटी के पिंजरा, मनवा पवन समान।
नादानी देखीं तनी, अगराइल इंसान।।

नादानी अतने भइल, तहके बुझनी जान।
तहरी आज फरेब में, फसनी हम नादान।।

इश्क भइल तहसे प्रिये, भुला गइल मुस्कान।
हम पागल प्रेमी हईं, लोग कहे नादान।।

जाति धर्म करते करत, नेता बनल महान।
सत्य बाति समझे कहाँ, ई जनता नादान।।

(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464

Language: Bhojpuri
423 Views

You may also like these posts

बनावट से छुपा लो ऐब लेकिन
बनावट से छुपा लो ऐब लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
उत्कंठा का अंत है, अभिलाषा का मौन ।
sushil sarna
3445🌷 *पूर्णिका* 🌷
3445🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
भीम आयेंगे आयेंगे भीम आयेंगे
भीम आयेंगे आयेंगे भीम आयेंगे
gurudeenverma198
World Book Day
World Book Day
Tushar Jagawat
अमीर होते है वो ऐसे मर्द
अमीर होते है वो ऐसे मर्द
पूर्वार्थ
মা মনসার গান
মা মনসার গান
Arghyadeep Chakraborty
21. Life
21. Life
Santosh Khanna (world record holder)
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
"आज तक"
Dr. Kishan tandon kranti
*विवेक*
*विवेक*
Rambali Mishra
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अब तक तबाही के ये इशारे उसी के हैं
अंसार एटवी
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
सेवा का महिमा
सेवा का महिमा
Mukund Patil
ये चुनाव का माहौल है
ये चुनाव का माहौल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
निकट है आगमन बेला
निकट है आगमन बेला
डॉ.सीमा अग्रवाल
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है
नेताम आर सी
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
हम ही हैं पहचान हमारी जाति हैं लोधी.
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
अंबर तारों से भरा, फिर भी काली रात।
लक्ष्मी सिंह
जो भुगत कर भी थोथी अकड़ से नहीं उबर पाते, उन्हें ऊपर वाला भी
जो भुगत कर भी थोथी अकड़ से नहीं उबर पाते, उन्हें ऊपर वाला भी
*प्रणय*
होली आई, होली आई,
होली आई, होली आई,
Nitesh Shah
त्रिभंगी छंद
त्रिभंगी छंद
Subhash Singhai
प्यार का ऐसा सर संधान रे
प्यार का ऐसा सर संधान रे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
विडम्बना
विडम्बना
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
रोटियाँ
रोटियाँ
Rekha Rajput
हम तुम
हम तुम
पं अंजू पांडेय अश्रु
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
तेरी निशानियां महफूज़ रखी है दिल के किसी कोने में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं लेखक हूं
मैं लेखक हूं
Ankita Patel
अब कहां पहले जैसा बचपन
अब कहां पहले जैसा बचपन
Seema gupta,Alwar
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
Loading...