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22 Feb 2022 · 1 min read

अस्थिर मन

अस्थिर मन और मन की
इच्छा स्वयं का दोषी कर देती है
मन में उठती निर्मूल आशंका
जीवन- मृत्यु सा कर देती है
भोग-विलास की मन की इच्छा
दुःख का कारण कर देती है
मन में उत्पन्न भय की उत्पत्ति
संभव भी असंभव कर देती है ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
9 Likes · 195 Views
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