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17 Feb 2022 · 1 min read

मौत पर लिखे अशआर

भूल तू कभी न जाना
जिंदगी की चाहत में ।
ज़िंदगी के हिस्से में
मौत भी तो आती है।

काश वक़्त का कोई
लम्हा कमाल हो ।
न मौत का हो डर
न जिंदगी का सवाल हो ।

मायने मौत के नहीं कुछ भी।
आज भी जिंदगी से डरते हैं ।

दर्द-ए-शिद्दत से फिर गुज़रती है।
ज़िंदगी मौत से जब मिलती है ।

जानता है वही जो
इस दर्द से गुज़रता है।
एक ज़िंदगी में कोई
कितनी मौत मरता है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 245 Views
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