बेहद खुशनुमा और हसीन से हो गए हैं ये दिन।
हर एक मंजिल का अपना कहर निकला
प्रेम सच्चा अगर नहीं होता ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
मंदिर की नींव रखी, मुखिया अयोध्या धाम।
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शबाब देखिये महफ़िल में भी अफताब लगते ।
नहीं मतलब अब तुमसे, नहीं बात तुमसे करना
कृष्ण में अभिव्यक्ति है शक्ति की भक्ति की
विराट सौंदर्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
आप हर किसी के लिए अच्छा सोचे , उनके अच्छे के लिए सोचे , अपने
बात तो बहुत कुछ कहा इस जुबान ने।
जब भी तुम्हारा ज़िक्र आया।
बहुत नफा हुआ उसके जाने से मेरा।
वक्त इतना बदल गया है क्युँ
जब आप जीवन में सफलता पा लेते है या