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30 Dec 2021 · 1 min read

ये बरस भी बीत गया

कुछ खुशियां दे गया
और कुछ गम दे गया
देखते ही देखते आज
ये बरस भी बीत गया।।

उम्र एक वर्ष कम करके
हमको कुछ नया सीखा गया
कुछ खट्टे मीठे पल देकर
आज ये बरस भी बीत गया।।

कुछ हुआ ऐसा जो पहले
कभी हुआ न था
मिले कुछ ज़ख्म ऐसे पहले
जो दर्द हुआ न था।।

जो अच्छा हुआ उसे याद
ताउम्र रखने की कोशिश करें
जो बुरा हुआ उसको हम
जल्द भूलने की कोशिश करें।।

जो मिला नहीं इस बरस
या जो मिलते मिलते रह गया
अब अगले बरस कोशिश
करेंगे हम पाने की उसको
आज तो ये बरस बीत गया।।

हो नववर्ष बेहतर सबके लिए
लाए जीवन में खुशियां अपार
है करबद्ध प्रार्थना मेरी ईश्वर से
वो खुश रखें हर घर परिवार।।

नववर्ष देता है नव जीवन
शुरू करने का एक अवसर
करें हम एक शुरुआत नई
और गवाएं न ये सुअवसर।।

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