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8 Jul 2021 · 1 min read

अब क्या बाकी है

।।अब क्या बाकी है।।

अब और क्या बदलेगा, क्या बदलना बाकी है,
ना आबो हवा, पहले सी रही,
ना बचा आंख में, शर्म का पानी हैं।
ना रिश्तों की मर्यादा, ना संस्कारो की परिभाषा,
ना ऊपर वाले का ख़ौफ बाकी है।

– रुचि शर्मा (भोजपुर)

Language: Hindi
8 Likes · 5 Comments · 485 Views
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