Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jul 2021 · 1 min read

हिन्दी दोहे- राना नेतावली

हिन्दी दोहे- राना नेतावली
****

कुछ नेता है दानवी,
दुष्ट नीच शैतान।
गरीब को वे मारके,
बनते है हैवान।।
***
नेता बोला वोटर से,
तुम हो मेरे खास।
मामा शकुनि बना रहूं,
पांसा मेरे पास।।
***
नेताओं की ओर से,
होता भ्रष्टाचार।
डाकू बन हत्या करे,
कहते शिष्टाचार।।
****
© राजीव नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com
Blog-rajeevranalidhori.blogspot.com
???☘️?????☘️??

Language: Hindi
1 Like · 398 Views
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

"साकी"
Dr. Kishan tandon kranti
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
*सदियों बाद पधारे हैं प्रभु, जन्मभूमि हर्षाई है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
क्या सुधरें...
क्या सुधरें...
Vivek Pandey
चिंतन
चिंतन
Dr.Pratibha Prakash
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
कपट नहीं कर सकता सच्चा मित्र
कपट नहीं कर सकता सच्चा मित्र
Acharya Shilak Ram
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
अदब से उतारा होगा रब ने ख्बाव को मेरा,
Sunil Maheshwari
नर्म वही जाड़े की धूप
नर्म वही जाड़े की धूप
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" ग़ज़ल "
Pushpraj Anant
हरीतिमा हरियाली
हरीतिमा हरियाली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -192 वीं शब्द - टिक्कड़
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
प्रकृति में एक अदृश्य शक्ति कार्य कर रही है जो है तुम्हारी स
Rj Anand Prajapati
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
बड़े दिनों से चढ़ा है तेरे प्यार का नसा।
Diwakar Mahto
दोहा सप्तक . . . . सावन
दोहा सप्तक . . . . सावन
sushil sarna
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
हो सके तो मुझे भूल जाओ
हो सके तो मुझे भूल जाओ
Shekhar Chandra Mitra
4612.*पूर्णिका*
4612.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रेम
प्रेम
Rambali Mishra
..
..
*प्रणय*
28. बेघर
28. बेघर
Rajeev Dutta
बचपन
बचपन
Ayushi Verma
"पुरखों के जमाने के हो बाबा"
राकेश चौरसिया
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
सूर्य देव की अरुणिम आभा से दिव्य आलोकित है!
Bodhisatva kastooriya
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
Ajit Kumar "Karn"
*क्या तुम्हें पता है*
*क्या तुम्हें पता है*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
बेशर्मी के हौसले
बेशर्मी के हौसले
RAMESH SHARMA
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
जीवन तो बहती दरिया है-काल चक्र का सर्प सदा ही हमको है डसता
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
आज हैं कल हम ना होंगे
आज हैं कल हम ना होंगे
DrLakshman Jha Parimal
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
वक्त हालत कुछ भी ठीक नहीं है अभी।
वक्त हालत कुछ भी ठीक नहीं है अभी।
Manoj Mahato
Loading...