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19 May 2021 · 1 min read

राधिके आ न सकूँ मिलने

गुरू जी कहिन
रसखान की झलक
अनुप्रास अलंकार

किरीट सवैया
राधिके आ न सकूँ मिलने,
मन में अब कीजिये धीरज धारन।

आवत जावत में प्रतिबंध,
सो बंद लगो सब देश मँझारन ।

कोई उपाय चले न चलाय न
संकट काहू सों होय निवारन ।

कान्हा तुम्हारो फस्यो मजबूरी में
कालंदी कूल कोरोना के कारन।

गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश

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