Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Mar 2025 · 1 min read

बटन मेरी मिट्टी का सांसे मेरी उधार है

बटन मेरी मिट्टी का सांसे मेरी उधार है
घमंड करू तो किस बात
का यहां सभी किरायेदार है l

37 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ज़िंदगी तेरी ज़िद है कि तू मुझे चैन से नहीं रहने देगी।
ज़िंदगी तेरी ज़िद है कि तू मुझे चैन से नहीं रहने देगी।
Madhu Gupta "अपराजिता"
दीप तुम हो तो मैं भी बाती हूं।
दीप तुम हो तो मैं भी बाती हूं।
सत्य कुमार प्रेमी
चाहत
चाहत
ललकार भारद्वाज
पतोहन के साथे करें ली खेल
पतोहन के साथे करें ली खेल
नूरफातिमा खातून नूरी
मै ना सुनूंगी
मै ना सुनूंगी
भरत कुमार सोलंकी
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
*हमने एक पतंग उड़ाई (बाल कविता)*
*हमने एक पतंग उड़ाई (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आदमी बेकार होता जा रहा है
आदमी बेकार होता जा रहा है
हरवंश हृदय
ताजमहल
ताजमहल
Juhi Grover
3587.💐 *पूर्णिका* 💐
3587.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ये और मैं
ये और मैं
Sakhi
चले बिना पाँव झूठ कितना,ये बात हम सबको ही पता है
चले बिना पाँव झूठ कितना,ये बात हम सबको ही पता है
Dr Archana Gupta
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
उनकी जब ये ज़ेह्न बुराई कर बैठा
Anis Shah
*वो पगली*
*वो पगली*
Acharya Shilak Ram
कत्ल करके हमारा मुस्कुरा रहे हो तुम
कत्ल करके हमारा मुस्कुरा रहे हो तुम
Jyoti Roshni
Beauty
Beauty
Shashi Mahajan
- दिल झूम -झूम जाए -
- दिल झूम -झूम जाए -
bharat gehlot
दोस्त ना रहा ...
दोस्त ना रहा ...
Abasaheb Sarjerao Mhaske
कहानी उसके हाथ में है, वो..
कहानी उसके हाथ में है, वो..
Shweta Soni
तुम बिन
तुम बिन
Rambali Mishra
यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
चार कंधों पर मैं जब, वे जान जा रहा था
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं  कमियो
कहीं खूबियां में भी खामियां निकाली जाती है, वहीं कहीं कमियो
Ragini Kumari
पास फिर भी
पास फिर भी
Dr fauzia Naseem shad
SHER
SHER
*प्रणय प्रभात*
बिटिया बड़ी हो गई
बिटिया बड़ी हो गई
Deepesh Dwivedi
किसी को उदास देखकर
किसी को उदास देखकर
Shekhar Chandra Mitra
मां की रोटी
मां की रोटी
R D Jangra
थक गये चौकीदार
थक गये चौकीदार
Lodhi Shyamsingh Rajput "Tejpuriya"
श्रेष्ठ स्मरण भाव
श्रेष्ठ स्मरण भाव
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...