जीवन सौम्य सुरम्य है
जीवन सौम्य सुरम्य है,जियें इसे हर हाल।
मन में हर्ष विराजिए, होंगे सदा निहाल।।
मौसम बहुत सुहावना,कोयल कूके शाख।
छाया पतझर दें नहीं, कोशिश कीजै लाख।।
चारु चंद्र चंचल चपल,दिखता है रमणीक।
शीतलता का है मगर, दुनिया में प्रतीक।।
जीवन सौम्य सुरम्य है,जियें इसे हर हाल।
मन में हर्ष विराजिए, होंगे सदा निहाल।।
मौसम बहुत सुहावना,कोयल कूके शाख।
छाया पतझर दें नहीं, कोशिश कीजै लाख।।
चारु चंद्र चंचल चपल,दिखता है रमणीक।
शीतलता का है मगर, दुनिया में प्रतीक।।