Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2021 · 2 min read

राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी

National Poet Ramdhari Singh Dinkar Biography.
राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर जी की परिचय :-

जन्म :- 23 सितंबर , 1908 ई. में बिहार राज्य के बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव ।

1933 में रजिस्ट्रार के पद पर ।

भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति :- 1947-65

पोलैण्ड की राजधानी बारसा में हुए अंतरराष्ट्रीय कवि-सम्मेलन में भारतीय कवियों का प्रतिनिधित्व :- 1955

पद्मभूषण” सम्मान से सम्मानित :- 1959
ज्ञानपीठ पुरस्कार :- 1972 (संस्कृति के चार अध्याय’)
मृत्यु :- 24 अप्रैल 1974 (65 पैंसेठ वर्ष की आयु में)

आधुनिक हिन्दी कविता के राष्ट्र कवि श्रीरामधारी सिंह दिनकर जी का जन्म 23 सितंबर , 1908 ई. में बिहार राज्य के बेगूसराय जिले के सिमरिया गांव में हुआ था । हाई स्कूल की शिक्षा मोकामा में और कॉलेज की शिक्षा पटना विश्वविद्यालय में पूरी की । एक शिक्षक के रूप में आजीविका प्रारंभ की परन्तु वे बाद में वे सरकारी सेवाओं में लगे रहें । 1933 में रजिस्ट्रार के पद पर , 1943 से 45 तक सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक पद पर रहे , कुछ दिनों के लिए मुजफ्फरपुर में हिन्दी के प्रोफेसर भी बनें । 1947-65 तक भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे । दिनकर जी भारत सरकार के हिन्दी सलाहकार के पद को भी सुशोभित किया है । दिनकर जी ने देश – विदेश की अनेक यात्राएं भी की है । 1955 में पोलैण्ड की राजधानी बारसा में हुए अंतरराष्ट्रीय कवि-सम्मेलन में भारतीय कवियों का प्रतिनिधित्व भी किया ।
इनकी विशिष्ट कृतियों के लिए 1959 में भारत सरकार ने इन्हें “पद्मभूषण” सम्मान से सम्मानित किए । भागलपुर विश्वविद्यालय ने इन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि दी । “कुरुक्षेत्र” के लिए इन्हें कई संस्थाओं ने पुरस्कृत किया । उर्वशी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2500 रुपए और 1972 में ज्ञानपीठ पुरस्कार ने एक लाख की राशि प्रदान की । साहित्य अकादमी पुरस्कार भी इन्हें ‘संस्कृति के चार अध्याय’ पर मिला ।

बेगूसराय जिले के बरौनी के नज़दीक राजेंद्र पुल , सिमरिया घाट स्थित दिनकर ग्राम सिमरिया रेलवे स्टेशन भी दिनकर जी के नाम पर है ।

दिनकर जी 24 अप्रैल 1974 को 65 पैंसेठ वर्ष की आयु में दुनिया छोड़ चले ।

#National #Poet #Ramdhari #Singh #Dinkar #Biography.
#राष्ट्र #कवि #रामधारी #सिंह #दिनकर #जी की #परिचय :-

हिन्दी साहित्य
#हिन्दी #साहित्य

Hindi sahitya

#Hindi #sahitya

#india #poet #Indian poet
#Kavi #jii
_______________________________
रोशन कुमार झा , Roshan Kumar Jha , রোশন কুমার ঝা
सुरेन्द्रनाथ इवनिंग कॉलेज कोलकाता , कलकत्ता विश्वविद्यालय
तृतीय वर्ष हिन्दी आनर्स
साहित्य संगम संस्थान , पश्चिम बंगाल इकाई ( सचिव )
मोबाइल / व्हाट्सएप , Mobile & WhatsApp no :- 6290640716
roshanjha9997@gmail.com
Service :- 24×7
सेवा :- 24×7
10/03/2021 , बुधवार , कविता :- 19(31)

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 2 Comments · 1748 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
तारीफ किसकी करूं
तारीफ किसकी करूं
दीपक बवेजा सरल
यादें
यादें
Kaviraag
मरती इंसानियत
मरती इंसानियत
Sonu sugandh
पहले प्यार का पहला खत
पहले प्यार का पहला खत
dr rajmati Surana
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
बेहद खुशनुमा और हसीन से हो गए हैं ये दिन।
बेहद खुशनुमा और हसीन से हो गए हैं ये दिन।
RJ Anand Prajapatit
कहां याद कर पाते हैं
कहां याद कर पाते हैं
शिवम राव मणि
ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है
ज़िंदगी तुझसे कहां जी भरता है
Kanchan verma
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
''पढ़ा लिखा दो मुझको भी पापा ''
शिव प्रताप लोधी
” सत्यम शिवम सुंदरम “ (मैथिली )
” सत्यम शिवम सुंदरम “ (मैथिली )
DrLakshman Jha Parimal
मां
मां
Durgesh Bhatt
जब मैं बिख़र रही हूँ तो कोई ना मेरे नज़दीक आना।
जब मैं बिख़र रही हूँ तो कोई ना मेरे नज़दीक आना।
Madhu Gupta "अपराजिता"
बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब न
बहुत सी बातों को यूँही छोड़ देना चाहिए बिना किसी सवाल जवाब न
पूर्वार्थ
सुना है हमने दुनिया एक मेला है
सुना है हमने दुनिया एक मेला है
VINOD CHAUHAN
4330.*पूर्णिका*
4330.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- मुबारक जन्मदिन तुमको...
गीत- मुबारक जन्मदिन तुमको...
आर.एस. 'प्रीतम'
"बस यूँ ही"
Dr. Kishan tandon kranti
*आओ हम वृक्ष लगाए*
*आओ हम वृक्ष लगाए*
Shashi kala vyas
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
16)”अनेक रूप माँ स्वरूप”
Sapna Arora
माता का हाथ
माता का हाथ
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
वेलेंटाइन डे एक व्यवसाय है जिस दिन होटल और बॉटल( शराब) नशा औ
Rj Anand Prajapati
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
हक-अधिकार लौटाने वाली पुस्तक
हक-अधिकार लौटाने वाली पुस्तक
विनोद सिल्ला
आओ हम तुम संग चाय पीते हैं।
आओ हम तुम संग चाय पीते हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
खुद से खुद को
खुद से खुद को
Dr fauzia Naseem shad
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय प्रभात*
"साहित्यकार और पत्रकार दोनों समाज का आइना होते है हर परिस्थि
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
--बेजुबान का दर्द --
--बेजुबान का दर्द --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
पीतल सोना एक से,
पीतल सोना एक से,
sushil sarna
Loading...