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8 Sep 2020 · 1 min read

तेरे करिश्मे का

तेरे करिश्मे का अब इंतजार सबको है
एक तू ही तो है जिससे प्यार सबको है

जहॉं में कौन है जो तुझसा दानदाता है
कोई एक मांगे तू देता हजार सबको है

सारे दरवाजे बंद करते हैं दुनिया वाले
खुला रहता है तेरा रोज द्वार सबको है

बहुत लगा के जुगत लोग हार जाते हैं
अंत में तेरी कृपा की पुकार सबको है

जगत में औरों से कोई कुछ भी न चाहे
तेरी रहमत की तुझसे गुहार सबको है

बीच मझधार में फँस कर रह गयी नैया
पर भरोसा है लगाता तू पार सबको है

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