Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2020 · 1 min read

नारी

नारी पर दोहे।
1-मूरत है मामृत्व की,स्नेह उसमें अपार।
नारी से ही रचा गया ,यह सारा संसार।।

2-नारी दुर्गा रूप है, संयम अपरम्पार।
मत ललकारो स्त्रीत्व को, करो सदव्यवहार।।

3-खिलौना नहीं कामिनी,मत करो दुराचार।
काली रूप अगर धरे ,बचे न ये संसार।।

4- कोई छोटा ना बड़ा,सब लोग एक समान।
नर नारी मिलकर चलें, हो समाज उत्थान।।

5- नर नारी दोनों से ही,बनता है परिवार।
विचार आपस में मिलें,तभी चले संसार।।
By:Dr Swati Gupta

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 540 Views

You may also like these posts

*दौलत (दोहा)*
*दौलत (दोहा)*
Rambali Mishra
A serious joke!
A serious joke!
Priya princess panwar
सूरज क्यों चमकता है?
सूरज क्यों चमकता है?
Nitesh Shah
3858.💐 *पूर्णिका* 💐
3858.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरे दरबार आया हूँ
तेरे दरबार आया हूँ
Basant Bhagawan Roy
अंतिम पड़ाव
अंतिम पड़ाव
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
धूप और छांव सी होती है जिंदगी
धूप और छांव सी होती है जिंदगी
Ragini Kumari
वक्त के इस भवंडर में
वक्त के इस भवंडर में
Harminder Kaur
माँ
माँ
Dr.Pratibha Prakash
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
बस अणु भर मैं बस एक अणु भर
Atul "Krishn"
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
कुंडलिया छंद विधान ( कुंडलिया छंद में ही )
Subhash Singhai
*फहराओ घर-घर भारत में, आज तिरंगा प्यारा (गीत)*
*फहराओ घर-घर भारत में, आज तिरंगा प्यारा (गीत)*
Ravi Prakash
सत्य से परिचय
सत्य से परिचय
Shweta Soni
हिंदी
हिंदी
Aruna Dogra Sharma
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
चीत्कार रही मानवता,मानव हत्याएं हैं जारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाप की चाह
बाप की चाह
Ashwini sharma
केश काले मेघ जैसे,
केश काले मेघ जैसे,
*प्रणय*
काश यह रिवाज हमारे यहाँ भी होता,
काश यह रिवाज हमारे यहाँ भी होता,
Shakil Alam
शहर तुम गांव को चलो
शहर तुम गांव को चलो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Sushil Pandey
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
पढी -लिखी लडकी रोशन घर की
Swami Ganganiya
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
हुनर का मेहनताना
हुनर का मेहनताना
आर एस आघात
"बल"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Shaily
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
नवल किशोर सिंह
मेहरबान
मेहरबान
Shriyansh Gupta
ख़ाली मन
ख़ाली मन
Kirtika Namdev
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
मुझे इश्क है तुझसे ये किसी से छुपा नहीं
Jyoti Roshni
Loading...