धूप और छांव सी होती है जिंदगी
धूप और छांव सी होती है जिंदगी
अगर भींगना ना सीखा तो
शुष्क होती है जिंदगी,
गुजरते हुए हर पल को
जी भर कर जी लो
वरना
बदरंग, बेरौक सी लगती है जिंदगी।
धूप और छांव सी होती है जिंदगी
अगर भींगना ना सीखा तो
शुष्क होती है जिंदगी,
गुजरते हुए हर पल को
जी भर कर जी लो
वरना
बदरंग, बेरौक सी लगती है जिंदगी।