Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2020 · 1 min read

पराक्रम

वह भुजबल ही क्या, भुजबल है,
बंदी पर कहर प्रहार करे।
वह साहस ही क्या साहस है
मूर्छित का गर्दन काट चले ।
भुजबल की चाह अगर है तो,
बंदी को बंधन -मुक्त करो।
हे देखना साहस अगर,
मूर्छित मे चेतना आने दो ।
फिर धरा-गगन को एक न कर दूँ,
सौ -सौ गर्दन बेध न कर दूँ।
यह भूमि है उन वीरों की,
गुंजे पवन गंभीरों की।
कृष्ण की थी वह प्रतिज्ञा,
शस्त्र कभी उठाऊँ न,
चाहे जितना अब,
विषम विकट क्षण हो जाए न।
देख शौर्य प्रदर्शन,
भीष्म का कुछ ऐसा ।
कृष्ण हो गए,
खिसयाई बिल्ली के जैसा ।
अपनी ही कथनी,
का मुख मोड़ चले।
रणभूमि के गिरे परे,
टूटे ही पहिया ले दौड़ चले।
वह जीवन ही क्या, जीवन है
जब अरि शिर पर बैठा राज करे,
वह धीरज ही क्या , धीरज है,
जब अरि अपनों को संहार चले ,
जीवन की चाह अगर है तो,
परतंत्रता का प्रति क्षण प्रतिकार करो,
धैरज की चाह अगर है तो,
बन पाषाण रिपू मस्तक सवार रहो – – – ।
उमा झा

Language: Hindi
17 Likes · 19 Comments · 617 Views
Books from उमा झा
View all

You may also like these posts

सत्याग्रह और उग्रता
सत्याग्रह और उग्रता
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
4735.*पूर्णिका*
4735.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नेता जी
नेता जी
Sanjay ' शून्य'
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
दोहा षष्ठ. . . .  अर्थ
दोहा षष्ठ. . . . अर्थ
Sushil Sarna
शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद
शीर्षक – मन मस्तिष्क का द्वंद
Sonam Puneet Dubey
I Haven't A Single Things in My Life
I Haven't A Single Things in My Life
Ravi Betulwala
"दीप जले"
Shashi kala vyas
बायीं करवट
बायीं करवट
sheema anmol
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
आपकी सोच
आपकी सोच
Dr fauzia Naseem shad
खोज करो तुम मन के अंदर
खोज करो तुम मन के अंदर
Buddha Prakash
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
कैसे-कैसे दाँव छल ,रखे दिलों में पाल
RAMESH SHARMA
कर्ण का शौर्य
कर्ण का शौर्य
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
"लालटेन"
Dr. Kishan tandon kranti
"मोहे रंग दे"
Ekta chitrangini
मायावी लोक
मायावी लोक
Dr. Rajeev Jain
सादगी मुझमें हैं,,,,
सादगी मुझमें हैं,,,,
पूर्वार्थ
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
कवि रमेशराज
धधकती आग।
धधकती आग।
Rj Anand Prajapati
प्यार गलत नहीं होता
प्यार गलत नहीं होता
Ritesh Deo
बारिश
बारिश
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हर किसी को कोई प्यार का दीवाना नहीं मिलता,
हर किसी को कोई प्यार का दीवाना नहीं मिलता,
Jyoti Roshni
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
🥀*अज्ञानीकी कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
#शीर्षक;-ले लो निज अंक मॉं
Pratibha Pandey
नारी नर
नारी नर
लक्ष्मी सिंह
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ढूंढने निकले हैं तब लोग मुझे।
ढूंढने निकले हैं तब लोग मुझे।
*प्रणय*
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
“ सर्पराज ” सूबेदार छुछुंदर से नाराज “( व्यंगयात्मक अभिव्यक्ति )
DrLakshman Jha Parimal
Loading...