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30 Jan 2020 · 2 min read

*नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल*

??बच्चों के एहसास
??शब्दों के साथ

नहीं भूलेंगे यह सुनहरे पल

* सुबह जल्दी उठना वैन के हॉर्न का बजना
स्कूल पहुँचने की मारामारी और लेट कभी न होना

नहीं भूलेंगे …नहीं भूलेंगे
ये सुनहरे पल

*लेट कभी हो जाएँ
तो लेट एराइवल्स की लाइन में लगना
कक्षा में पहुँचकर बातों में उलझना
कभी किसी पर तो कभी अपने आप पर भड़कना

**नहीं भूलेंगे…नहीं भूलेंगे ये पल

*पीरियड की पहली घंटी पर यूँ टीचर का आना
टीचर के आते ही उन्हें अपनी बातों में घुमाना
कभी …ये समझ नहीं आया
कभी… वो समझ नहीं आया
यूँ ऐसे ही करके पूरा पीरियड गँवाना

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे याद आएंगे ये पल

*लंच ब्रेक की घंटी बजने पर मस्ती पूरी ही करना
अपने लंच से पहले दूसरे का लंच बॉक्स पकड़ना
अपना खाना न खाकर दूसरों का खाना झपटना
कुछ भी कह लो याद आएँगे ये पल

*गेम्स के पीरियड का हफ्ते में एक बार ही आना
खाली पीरियड का हर रोज़ इंतजार भी करना
किसी टीचर के छुट्टी लेने पर खुशी से उछलना
तो किसी के कक्षा में न आने पर यूँ उदास मन करना

**हर बार, बार-बार याद आएँगे ये पल

*अकाउंट के पीरियड में बैलेंस शीट का न मिलना
इक्नोमिक्स के पीरियड में अर्थशास्त्र न समझना
बिजनेस स्टडीज़ के पीरियड से बच के निकलना
मैथ्स के पीरियड के आते ही सिर का भारी-सा लगना

**नहीं भूलेंगे, भूलेंगे नहीं, नहीं भूलेंगे कोई पल

*हिस्ट्री के पीरियड में पुरातन में चले जाना
राजनीति विज्ञान के पीरियड में
भ्रष्टाचार पर वार्तालाप करते जाना
अंग्रेजी के पीरियड में जमकर धमाल
हिंदी का पीरियड आते ही
वीरगाथा काल और आदिकाल पर संभाष

**नहीं भूलेंगे, नहीं भूलेंगे ये पल
एक सुनहरे एहसास की तरह याद आएंगे ये पल

*सुनहरी ये यादें ये बातें रंगीली
सुनहरा ये पल… पल की बातें अनोखी
दोस्तों और टीचर की गाप – शप रसीली
स्कूल की दीवारें और खिड़की सजीली
कक्षा की हर एक शरारत शर्मीली
यादों की झड़ी में रहेंगी सब जीवित

*प्रधानाचार्य जी के प्रेरणादायी हर शब्द
उनकी हर शिक्षा उनके हर शब्द
करेंगे मार्गदर्शन जीवनपथ पर हमारा
मील के पत्थर समान प्राप्त ज्ञान भंडार ये सारा
करेगा जीवन की हर मुश्किल आसान
मिलेगा हमें मनचाहा मुकाम
याद आएगा विद्यालय का सागर – सा प्यार

**फेयरवेल की मस्ती सभी दोस्तों का साथ
पल यह सुनहरा…सुहाना अहसास
कहाँ कौन जाएगा क्या मंजिल वो पाएगा
नहीं है ख़बर किसी को यह आज

*यह मंज़र, यह मौसम नहीं फिर से आएगा
समय बीत जाएगा यादें दे जाएगा
दोस्तों के साथ सारी मस्ती धमाल
अब यादों की कड़ी में बंधकर रह जाएगा
नया दिन, नया साथ, नया स्वप्न लाएगा
प्यारा-सा यह साथ यही पर रह जाएगा
यही है वह रंगमंच…ये रंगमंच वही है
जिसकी डोर थामी ईश्वर ने कहीं है

*अगर वह मिलाएगा हम फिर से मिलेंगे
यही मस्ती धमाल फिर मिलकर करेंगे
विदा का समय है…विदा अब है होना
सफल सब हों जीवन में…शुभ हो सब की रैना
नया दिन जब आएगा उजाला ही लाएगा
हर नई किरण के साथ क्षितिज तक पहुँचाएगा ||

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