मुक्तक
अन्ध कूपों को गगन कहते हैं क्यों
पत्त्थरो ही को सुमन कहते हैं क्यों?
नाम लेकर धर्म का अब सिरफिरे
अग्निकाकाँडों को हवन कहते हैं क्यों?
अन्ध कूपों को गगन कहते हैं क्यों
पत्त्थरो ही को सुमन कहते हैं क्यों?
नाम लेकर धर्म का अब सिरफिरे
अग्निकाकाँडों को हवन कहते हैं क्यों?