Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Sonam Puneet Dubey
135 Followers
Follow
Report this post
12 Aug 2024 · 1 min read
दिल दिमाग़ के खेल में
दिल दिमाग़ के खेल में
ज़िंदगी उलझ जाती है
_ सौम्या
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 110 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Sonam Puneet Dubey
View all
सौम्या
Sonam Puneet Dubey
You may also like these posts
रास्तों पर चलने वालों को ही,
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
गीत- मुहब्बत की मगर इतना...
आर.एस. 'प्रीतम'
*जो भी जन भोले-भाले हैं, उनको केवल पछताना है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
मेरी धड़कनों में
हिमांशु Kulshrestha
कल
Vishnu Prasad 'panchotiya'
दे ऐसी स्वर हमें मैया
Basant Bhagawan Roy
ग़ज़ल-क्या समझते हैं !
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
ख़्वाब में पास थी वही आँखें ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
देश में क्या हो रहा है?
Acharya Rama Nand Mandal
2617.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
कहां गयी वो हयादार लड़कियां
shabina. Naaz
"वीर शिवाजी"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी अवनति में मेरे अपनो का पूर्ण योगदान मेरी उन्नति में उनका योगदान शून्य है -
bharat gehlot
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
चरित्र
Khajan Singh Nain
कुरुक्षेत्र में द्वंद का कारण
Anant Yadav
ज़िंदगी के सौदागर
Shyam Sundar Subramanian
आओ थोड़ा जी लेते हैं
Dr. Pradeep Kumar Sharma
फ़लसफ़े - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आक्रोश - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बिन मांगे ही खुदा ने भरपूर दिया है
हरवंश हृदय
पत्थर भी रोता है
Kirtika Namdev
संवेदना
Shweta Soni
छल ......
sushil sarna
अनकहा दर्द (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
"उसकी यादें"
ओसमणी साहू 'ओश'
अब गुज़ारा नहीं
Dr fauzia Naseem shad
अपने आप से एक ही बात कहनी है
Rekha khichi
Loading...