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18 Dec 2018 · 1 min read

प्यार

उम्र गुज़र गई तुमको हमपें,हमकों तुमपें ऐतबार न हुआ,
ना जाने क्यों हमको कभी,तुमसे “प्यार”न हुआ।
नज़रों से नज़रे उलझती रही हमेशा,
लब्ज़ो से कभी मगर कोई इकरार न हुआ।
#सरितासृजना

Language: Hindi
371 Views

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