सरस्वती बुआ जी की याद में
सरस्वती बुआ जी की याद में
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(1)
नगर रामपुर – रामनगर का, मान बढ़ातीं सदा बुआ
अंतिम क्षण तक कथा-भागवत, सुनने जातीं सदा बुआ
(2)
रिश्ते- नाते अपनेपन को, खूब निभातीं सदा बुआ
जान छिड़़कतीं सब पर सबको, गले लगातीं सदा बुआ
(3)
कर्मशील थीं श्रम करने से, कभी नहीं घबराईं
सारे घर में सब को श्रम का, पाठ पढ़ातीं सदा बुआ
(4)
दीर्घ आयु का राज यही था, हरदम खुश रहती थीं
सरल हृदय में सौ गुण बसते, यही सिखातीं सदा बुआ
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451
दिनांक 7 जनवरी 2019 सोमवार