लिबास पहन के क्यूं
लिबास पहन के क्यूं
शख्सियत जताते हो
ये जिस्म रूह पे
मिस्ले-ए-लिबास होता है
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
लिबास पहन के क्यूं
शख्सियत जताते हो
ये जिस्म रूह पे
मिस्ले-ए-लिबास होता है
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद