वो अपने दर्द में उलझे रहे
आँखों में मुहब्बत दिखाई देती है
प्यार की चंद पन्नों की किताब में
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
विचार ही हमारे वास्तविक सम्पत्ति
जीवन में अहम और वहम इंसान की सफलता को चुनौतीपूर्ण बना देता ह
फिर किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले ।
*सदा गाते रहें हम लोग, वंदे मातरम् प्यारा (मुक्तक)*
मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा
सफ़र में लाख़ मुश्किल हो मगर रोया नहीं करते
चले हैं सब यही सोचकर की मंज़िल हमको मिल ही जाएगी।
किसी महिला का बार बार आपको देखकर मुस्कुराने के तीन कारण हो स
*** भूख इक टूकड़े की ,कुत्ते की इच्छा***
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार