फूल बन खुशबू बिखेरो तो कोई बात बने
आपकी मुस्कुराहट बताती है फितरत आपकी।
वो छोटी सी खिड़की- अमूल्य रतन
दूसरों के हितों को मारकर, कुछ अच्छा बनने में कामयाब जरूर हो
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
दिखावा कि कुछ हुआ ही नहीं
*माँ जननी सदा सत्कार करूँ*
गुनाहों के देवता तो हो सकते हैं
दोहा- मीन-मेख
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैं नहीं तो, मेरा अंश ,काम मेरा यह करेगा