ll मां ll
डांटती है कभी मनाती है l
तल्ख बातों में प्यार शामिल हैll
“आज सबकुछ मेरा दिया तुझको l
कौन कहता करार शामिल है ll”
मां ने तुमको बड़ा किया फिर भी l
छोटे रहने में प्यार शामिल है ll
कर्ज तू कैसे चुकाएगा उसका l
अपनेपन का उधार शामिल है ll
घर की चीजें अभी सभी की हों l
उनमें आज तेरा प्यार शामिल है ll
संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़ ,उत्तर प्रदेश l