Posts Language: Maithili 933 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 10 Next Pawan Thakur 10 Feb 2022 · 1 min read ऋतुक राजा कोना भेला बसंत ऋतुक राजा कोना भेला बसंत? हे यो... फरछिआएल मेघ, हरियाएल खेत वायुमंडल सँ हटि गेलै रेत नभ मे टिम-टिम करऽ तारा ठिठुरन सँ भेटल छुटकारा सर्दी परि गेल कमजोर बढ़़ल... Maithili · कविता 3 3 744 Share Acharya Rama Nand Mandal 9 Feb 2022 · 3 min read हरबाह। हरबाह -आचार्य रामानंद मंडल भजन अप्पन सिमरा गांव के ठोस गिरहस शेखर प्रताप के हरबाह रहे।हर साल सिरि पचैय के अप्पन मालिक के हर खड़ा क के साल भर के... Maithili · कहानी 610 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Feb 2022 · 1 min read " भाषाक सम्मान " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============= हम नहि कहि सकैत छी जे , हमर लिखल पढबेटा करू ! परन्तु ज्ञान गंगा मे डुबकी , लगेवा सं परहेज नहि करू !!... Maithili · कविता 135 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Feb 2022 · 1 min read उठू प्रिया दुलरी तो छोड़ि गेलेह आतुर आंगुर स्पर्श ला ओ रोम रोम के वेदना सँ कानि, कानि उठू,प्रिया,फेरो हँसि दिअ,उठू वंसत बयार देतऽ किछ सनेह गुड्डी पताका अकास उङल छै भरल... Maithili · कविता 2 346 Share DrLakshman Jha Parimal 6 Feb 2022 · 1 min read " विरहणी क विरह गीत " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” ================ आहां बिसरि गेलहुं आहां बिसरि गेलहुं हम नोरे केवल पोछैत छी ! आहां बिसरि गेलहुं आहां बिसरि गेलहुं हम नोरे केवल पोछैत छी... Maithili · कविता 312 Share Acharya Rama Nand Mandal 5 Feb 2022 · 5 min read महायज्ञ। महायज्ञ । -आचार्य रामानंद मंडल आइ भाई समान राम बिलास ठाकुर जी बड याद आवैय हैय। फेसबुक एकटा पोस्ट से मालूम भेल कि परसुयेअइ दुनिया के छोड़ देला।वो बड़ा बीमार... Maithili · कहानी 1 1 963 Share Radha Bablu mishra 4 Feb 2022 · 1 min read आबु चितचोरवा फगुआ में आबु खेले होली , पहुनवा मिथिला में, आएव सिया संग,आनव लखन दूलरवा के, ऐ बेर खेलव होरी पहुनवा मिथिला में, फुल से खेलबे, गुलाल से खेलबे ऐ बेर खेलव यो... Maithili · कविता 2 348 Share DrLakshman Jha Parimal 4 Feb 2022 · 1 min read “আবাহন” “ आवाहन “ ডাঃ লক্ষ্মণ ঝা “পরিমল” डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ” =========== এতেক কঠোর জুনি বনু ! एतेक कठोर जुनि बनू ! সঙ্কোচ কথমপি জুনি করু !! संकोच कथमपि जुनि करू... Maithili · कविता 1 2 150 Share Dr Jay narayan giri 3 Feb 2022 · 1 min read धरती मां #डा०जय_नारायण_गिरि "इन्दु" धरती माय थिकीह। अवतरणक संगहि धरा पर प्रथम स्पर्श प्रथम ध्वनि प्रथम स्वर प्रथम वातायन प्रथम रश्मि कतेक सुखद कतेक आत्मीय कतेक सहज कतेक मनोरम? धरती विन सृष्टि... Maithili · कविता 2 1 221 Share उमा झा 2 Feb 2022 · 1 min read माँ के मंदिर माँ के मंदिर भीड़ लगल छै, आरती लै माँ तैयार छै । कियो माँ के चरण पखारै, कियो करै श्रृंगार छै माँ के मंदिर भीड़ लगल छै आरती लै माँ... Maithili · कविता 4 2 488 Share Acharya Rama Nand Mandal 2 Feb 2022 · 3 min read शराब आ शबाब। शराब आ शबाब। -आचार्य रामानंद मंडल सेन्ट्रल बैंक आफ इंडिया में विमलेश ठाकुर कैशियर रहथि।वो गणित से एम. एस सी. रहलन।हम चार गो साथी मिल के सेकेण्डरी कोचिंग सेंटर खोल... Maithili · कहानी 656 Share DrLakshman Jha Parimal 1 Feb 2022 · 2 min read " मैथिली भाषाक विकास " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================================== हम कखनो -कखनो किनको तर्क सं तिलमिला जाइत छी ,अचंभित भ जाइत ! कखनो माथ कुड़ीयबैत इ अन्वेषण करS लगैत छी कि एहन... Maithili · लेख 2 400 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Jan 2022 · 2 min read " पितामह भेलाह बेल्लला " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ===================== जहिना -जहिना उम्र बढैत छैक अनुभव क पिटारा भरल जाइत छैक ! ओरिया कें रखने रहित छी ! यदा -कदा प्रयोजन क अनुसारें... Maithili · लेख 159 Share मनोज कर्ण 29 Jan 2022 · 1 min read ज्ञान चक्षु ज्ञान चक्षु ~~°~~°~~° ब्रम्हापुत्र अहां छी जग केऽ , ज्ञानचक्षु किए मंद पड़ल अइ । जीवन दरसन मद्धिम भऽ गेल , मन में किए अंतर्द्वंद्व भरल अइ। नेत्र तेऽ खोलु... Maithili · कविता 3 2 592 Share मनोज कर्ण 27 Jan 2022 · 1 min read सुनियौ नेताजी...! सुनियौ नेताजी...! ~~°~~°~~° सुनियौ नेताजी, बड़ा जतन से वोट हम देयलहुॅ , किछु तऽ आब करिऔ नेताजी। घर अंगना सब उजड़ल अपटल , माइटक घर छल, सेहो अछि भखरल। छप्पर... Maithili · कविता 3 418 Share मनोज कर्ण 27 Jan 2022 · 1 min read मन व्यथित अछि हमर.. मन व्यथित अछि हमर.. (मैथिली भगवती गीत) ~~°~~°~~° मन व्यथित अछि हमर.. माता किछु तऽ करू । माता दुर्गे हमर , अहां सब दुख हरु । हम नहीं जानि एहि... Maithili · कविता 3 346 Share Dr. Kishan Karigar 27 Jan 2022 · 1 min read बिकसित मिथिला बनाबह? आबो सोचह जागह, आबह सब मिल डेग आगू बढ़बाह उद्यम श्रम कमासुत बनि बिकसित मिथिला बनाबह? ©किशन कारीगर Maithili · शेर 191 Share Acharya Rama Nand Mandal 25 Jan 2022 · 1 min read दर्द दर्द हमरा दर्द हैय। छूत अछूत से। हमरा दर्द हैय उच्च नीच से। हमरा दर्द हैय। वर्ण व्यवस्था से। हमरा दर्द हैय। जाति व्यवस्था से। हमरा दर्द हैय। बाभन सोलकन... Maithili · कविता 351 Share श्रीहर्ष आचार्य 24 Jan 2022 · 1 min read महाकवि हिमालय जेहन अटल पौरूष प्रबल पराक्रमी वीर कर्णक वसुधारा नेत्र छन्हि अध्यभीजल ठमकि पड़ल भाषा संस्कार संस्कृति परिपन्थी विराजित अंग पुत्र बिकाएत मोल अनमोल झहरैत विरासत देखनार कतह ऋध्दि सिद्धि... Maithili · कविता 1 2 421 Share DrLakshman Jha Parimal 23 Jan 2022 · 2 min read “ संकीर्णता मे कहिया धरि ?” डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ================= आइ हमरालोकनि कूपमंडूक बनल रहितहूँ जों इ दिव्य अस्त्र गूगल नहि सुसज्जित केने रहितैथ ! भाषा ,संस्कृति ,सभ्यता ,रीति -रिवाज ,वेष -भूषा ,आचार... Maithili · लेख 325 Share श्रीहर्ष आचार्य 22 Jan 2022 · 1 min read माए कोरा लिअऽ माए हम्मे कोरा लिअऽ एकटा कोनो लोरी सुनाउ टुअरकेँ एहि जगमे के आँखिकेँ नोर के पोछैत लेय लिअ सुधि अखन दय दी नव जिनगी माय टुअर हम बड्ड कानि कादो... Maithili · कविता 389 Share DrLakshman Jha Parimal 21 Jan 2022 · 2 min read " मित्रक दर्शन दुर्लभ " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== कियो -कियो त मित्रताक विशाल सेनाक संगठन क लेने छथि ! हमरा लोकनि प्रतिस्पर्धा मे लागल छी ! किनकर नेतृत्व मे कतेक महारथी क... Maithili · लेख 333 Share श्रीहर्ष आचार्य 21 Jan 2022 · 1 min read कि कखनो एक सोहारी लेल कएटा लोकनि झगडै़ सुनने रही कि कखनो सोन चिड़ियाँ अहीकए देस उ डीह तुलसी गाछ धरि नहि जुडल छिऐ रामायण महाभारत सँ वेदान्त श्रेष्ठ कबो बौध्द महावीर... Maithili · कविता 239 Share श्रीहर्ष आचार्य 20 Jan 2022 · 1 min read बतहा संसार के अप्पन छै सभ्भ काठ के बनल सुख के संगी ई सगरो संसार बनल नोर नै पौछे केओ घर घर मे अप्पन अप्पन के एकटा भगवान बनल आ लजाए हृदय... Maithili · कविता 1 415 Share Acharya Rama Nand Mandal 20 Jan 2022 · 1 min read मिथिला मिथिला सुगौली संधि मे कटिगल मिथिला। बनैल नेपाली मिथिला आ भारतीय मिथिला। नेपाल में बनल नाम प्रांत नं दू। लड़ाई भेल नया नाउ के नाउ मिथिला आ मधेश के। लड़ाई... Maithili · कविता 355 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jan 2022 · 1 min read " भारतक उत्थान " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============ आदि युगें सं जे विश्व मे , बंटैत रहल ज्ञान ! हाय ! ओतहि पसरि रहल , सबतरि अज्ञान !! एतबो नहि कियो बुझैछ... Maithili · कविता 447 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jan 2022 · 2 min read " आत्मीयता क अभाव मे मलिन भेल मित्रता " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ======================== मित्रता क बाढि आबि गेल ! जिनका देखू प्रतिस्पर्धा मे लागल छथि ! हुनका लग वहुसंख्यक मित्र तखन हमरा लग किया कम ? हमहूँ... Maithili · लेख 494 Share Dr. Kishan Karigar 20 Jan 2022 · 3 min read फूइसबुकिया पहलमान (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे एहनो कहूं पहलमानी भेलैए? बड्ड पहलमानी दाबी छै त कने अखारा मे जाऊ ने जे असली पहलमान सब सँ भेंट होइत रहतै. अखारा मे नै... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 372 Share श्रीहर्ष आचार्य 19 Jan 2022 · 1 min read परदेशीया एह धरती से बड्ड पियार करू ओकर नैय छै कोनो मोल मुदा विधाता परदेश लिखलथि हाय रे भाग्य भेलहुँ माटि सँ बहुते दूर अपन रहै सभ आब दुलार कहाँ छै... Maithili · कविता 253 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jan 2022 · 1 min read "मित्रता " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल ============== आर किछु हुये न हुये , विचार त मिलक चाहि ! देखवाक त अवसर नहिं, फेसबुक सं जुड़क चाहि !! विचारक आदान -प्रदान , सबदिन... Maithili · कविता 169 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jan 2022 · 2 min read " गूगल -सार ..अमृत वाणी ( व्यंग ) " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== आइ राति मे "गूगल देवता "सँ साक्षात दर्शन भ गेल ! हम साष्टांग दंडवत केलहुँ !...जेना उठि हम ठाड़ होइत छी त हुनक विराट... Maithili · लेख 153 Share DrLakshman Jha Parimal 18 Jan 2022 · 1 min read " विचित्र रोग " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== कखनहूँ एहि करोट , कखनहूँ ओहि करोट , कछ्मछ करैत छी , बपाही -बपाही करैत छी !! माय ये .. बाबू यो आब नहि... Maithili · कविता 299 Share DrLakshman Jha Parimal 17 Jan 2022 · 1 min read " मित्रताक स्तम्भ " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल " ================= "पहिने मित्रता कें परखल नहि जाइत छल "..एहन भ्रान्ति हमरा सब कें रखनाय न्यायोचित नहि भऽ सकैत अछि !... इ गप्प हम कहि सकैत छी... Maithili · लेख 1 251 Share DrLakshman Jha Parimal 16 Jan 2022 · 1 min read " गूगल बनि गेलाह गुरु द्रोणाचार्य " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== हम स्वयं लिखैत छी .....आ आनक श्रृजनात्मक कृति सबहक अध्ययन सेहो करैत छी !.... प्रत्येक रचनाकार आ कवि लोकनिक कृति में अधिकांशतः कोनो न... Maithili · लेख 2 491 Share DrLakshman Jha Parimal 12 Jan 2022 · 2 min read " तथापि हम नहि सुधरब" ( व्यंग ) डॉ लक्ष्मण झा"परिमल" =================== अद्भूत यंत्र हमरा भेटि गेल ! बैसल -बैसल इएह सब त हम करइत रहित छी ! कखनो फ़ेसबुक देखलहूँ ....कखनहूँ व्हाट्सएप्प केँ निहारलहुं... Maithili · लेख 378 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Jan 2022 · 1 min read " सकारात्मक समालोचना " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =================== हम सब एहि रंगमंचक कलाकार भेलहुँ ,......मुदा प्रतिबंधरहित कलाकार ! किनको नायक नहि बनाओल गेल छनि..किनको नायिका क रूप सं सजाओल नहि गेल छनि..कियो... Maithili · लेख 249 Share DrLakshman Jha Parimal 9 Jan 2022 · 1 min read " भाषाक प्रयोग हमर कलम सं " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल ================== हम मुख्यतःअपन विचार मात्र तीन भाषा मे कहैत छी ! विश्वस्तरीय विषयक मंथन अंग्रेजी भाषाक माध्यमे करबाक प्रयास रहैत अछि ! निकलि पडैत छी संसारक... Maithili · लेख 396 Share DrLakshman Jha Parimal 8 Jan 2022 · 2 min read " हम कखनो -कखनो भसिया जाइत छी" " हम कखनो -कखनो भसिया जाइत छी" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ======================== इ कोनो आश्चर्यक गप्प नहि थिक ! उम्र बेसी भेने लोक भसिया जाइते छैक ! हमहूँ... Maithili · लेख 1 211 Share Acharya Rama Nand Mandal 8 Jan 2022 · 6 min read मूंहफटपन। दयानंद प्रसाद प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होयला के बाद अपना डेरा मुरलियाचक में रहे लगनन।हम दूनू गोरे एक ही स्कूल फुलहर में योगदान कैले रही। बाद में दूनू गोरे के... Maithili · कहानी 528 Share Ashwini Jha 8 Jan 2022 · 1 min read कारी, कारी मेघ ढन... ढन... ढनकै, रुइक, रुइक बरसै कखनो बरसै तेज कारी-कारी मेघ रहि, रहि बमकइ, बिजलौता चमकै फटै अकासक करेज कारी, कारी मेघ शीत लहर छै सकदम शहर छै नहि छै... Maithili · कविता 2 2 310 Share श्रीहर्ष आचार्य 7 Jan 2022 · 1 min read सुन्नर सपना सुन्नर सपना (कविता) पाएर मे सिकड़ नइ दिअ झूठका बन्हन नै बान्हु उधिआबए चंचल हवा मे बेस इतिहास मे डुबा दू उमंग अछि इतिहास रचब ताउ हो तन मन मे... Maithili · कविता 480 Share Dr. Kishan Karigar 6 Jan 2022 · 4 min read बोंगपाद बौआक बखारी (हास्य कटाक्ष) बाबा बड़बड़ाइत बजैत रहै जे बलू एहनो कहूँ बखारी भेलैए? आंई कहअ त नै राहैरै छै नै खेसारीए आ मटर केराउ त तकने नै भेटल कतौ आ एक्कर दाबी केहेन... Maithili · हास्य/हास्य-व्यंग्य 2 900 Share Ashwini Jha 5 Jan 2022 · 1 min read जाड़ लगै छै जाड़ लगै छै, मौसम से खराप, अन्हार लगै छै, पाइन पडै छै, भोरेसौं सिहकई सर्द बसात, ठरल ओछाइन लगै छै, दुबकल छै बच्चा पड़ल ओछाइन पर दम सधने बुढ्बा, घ'रो... Maithili · कविता 2 3 353 Share DrLakshman Jha Parimal 5 Jan 2022 · 1 min read " घरक जोगी जोगडा " डॉ लक्ष्मण झा" परिमल " =============== राति भरि विचारि केँ , एकटा कविता बनैलहुँ । नीक जकाँ मंथन करि , छंद मे ओकरा गढ़लहुँ ।। मन भेल सब सँ पहिने... Maithili · कविता 312 Share Lalita Kashyap 4 Jan 2022 · 1 min read एक रात की बात एक रात की बात बैठी रात के एकांत में, कागज कलम लिए हाथ। अचानक एक आवाज आई, लड़ाई की बौछार लाई। देखा तो दो नारियां थी, अनुपम सुंदर प्यारी थी।... Maithili · कविता 199 Share दीपक झा रुद्रा 4 Jan 2022 · 1 min read द्वीटा मुक्तक देखू द्वीटा मुक्तक देखू बहि रहल आँखि सँ देखू झरना। हाल कहू नै कोना छी सजना? शीत पसरल य रौदि रुसल य! हम निपै छी नोर सँ अंगना। हाल बुझै छी... Maithili · कविता 1 235 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Jan 2022 · 1 min read " सकारात्मक विचार " डॉ लक्ष्मण झा""परिमल " =============== ...की होइत छैक ....हमरा लोकनि कखनो -कखनो किनको तर्क सं तिलमिला जाइत छी ,अचंभित भ जाइत छी !.... कखनो माथ कुड़ीयबैत इ अन्वेषण करS लगैत... Maithili · लेख 229 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Jan 2022 · 1 min read " हमर कनिया हमर कविता " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ==================== किछु न किछु कविता हम गढ़ेएत छी ! कोनो अवसर के छंद मे कहैत छी !! कवि त कोनो खास नहि छी छंद कें... Maithili · कविता 378 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Jan 2022 · 1 min read " गप्प कहू ताल ठोकि कें " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================== ऐना त कथमपि नहि भ सकत जे सब एके विचार, मानसिकता आ कल्पनाक परिसीमा मे उझरायल रहता ! इ कोनो राग ' भोपाली' नहि... Maithili · कविता 225 Share ABDHESH JHA 3 Jan 2022 · 1 min read पिआस "पिआस" कायिक सागर मांझ चुभकल भ'जायत अहाँके बरु.. से उमेद कम्मे जानि सकब की होइत छैक सिनेह सुधा-रस व्यर्थ थिक ई बात नोनछड़ैन पानि की मेटा सकलैक अछि पिआस अहुं... Maithili · कविता 1 371 Share Previous Page 10 Next