Posts Language: Maithili 934 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 16 Next DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 2 min read " मैसेंजर क रूप " डॉ लक्ष्मण झा" परिमल " ============ ओना तऽ अनेको विधा गूगल क मध्यमे प्राप्त भेल अछि ! इ विज्ञानक वरदान अछि जे इनफार्मेशन आ टेक्नोलॉजी मे हम सब अभूतपूर्व प्रगति... Maithili · लेख 174 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read " फोटो कमेंट्स क प्रचलन " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ================== बहुत भ गेल लिखनाय , कखनो "आभार" लिखू कखनो "प्रणाम " "धन्यवाद्" ,"आशीष "!! करैत रहथु प्रतीक्षा , हम की पढ़ल -लिखल छी ?... Maithili · कविता 287 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 2 min read " हमरा आंखि सं नोर झहरैत अछि" डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ========================== अद्भुत वरदान हमरा प्राप्त भऽ गेल ! संभवतः हम अपूर्ण रहितहूँ ! गूगल क अविष्कार हमरा सम्पूर्ण बना देलक ! पहिने हम एकरा लोलना... Maithili · लेख 262 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 2 min read " अत्याचार अप्पन मातृभाषा सं " डॉ लक्ष्मण झा"परिमल" ====================== सर्वप्रथम जन्म दिनक आ विवाहक वार्षिकोत्सव क उपलक्ष्य पर अशेष मंगल कामना आ आशीष ....मुदा आहां लोकनि मैथिली सं कात भेल जा रहल छी ! हमरा... Maithili · लेख 1 215 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read " बहिरा नाचे अपने ताले " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " =============== बड्ड नचेलहुँ हमरा ! इ नहि करु ,वो नहि करू ,उम्हर नहि जाऊ ,इ पहिरू ,हिनका प्रणाम करू ,इ स्कूल मे नहि ओ स्कूल... Maithili · लेख 480 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read “ মিথিলাক্ষর “ ডাঃলক্ষ্মণ ঝা “পরিমল” ================ হম মাত্র কহি সকইত ছী জে আইধরি মিথিলা অক্ষর ক লেল ঢহনাইত রহতহুঁ ! মিথিলা মে ধনুরধারীক অভাব নহি অচ্ছি ! হম ই কহি উলাহনা নহি... Maithili · लेख 310 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 2 min read " हम कखनो -कखनो भसिया जाइत छी" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल ' ====================== इ कोनो आश्चर्यक गप्प नहि थिक ! उम्र बेसी भेने लोक भसिया जाइते छैक ! हमहूँ 69 टपि 70 मे प्रवेश केलहुं !... Maithili · लेख 143 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read " फोटो कमेन्ट " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =============== विभिन्य - विभिन्य आकृति वला कमेन्ट कखनो-कखनो ग्राह्य होइत अछि मुदा निरंतर एकर उपयोग कनि असहज बुझना जाइत छैक ! शब्द आ वाक्य... Maithili · लेख 215 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read “ हम किछु न किछु सिखैत रहैत छी “ डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “ ======================== बुढ़ भेलहुं त की भेल किछु न किछु हम करैत रहैत छी अखनोधरि हम किछु न किछु सिखैत रहैत छी !! मनक व्यथा... Maithili · कविता 221 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read "मित्रता मे व्यापारक छौंक " डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " =================== नवे -नवे हम दुनू फ्रेंड बनलहुं,ह्रदय बड्ड प्रसन्य भेल !कखनहुँ टाइम लाइन पर ,कखनहुँ,मैसेंजर पर पत्राचार भेल !!बढ़िया संयोग छल झा जी ,आ... Maithili · लेख 436 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Oct 2021 · 1 min read संचारे क्रांति पयाजक झिल्लि सन परत-दर-परत खुलत रहल छी उ बात जोन लाख परदा क भितरे रहल छी … इ वास्तव मे परिवरतन होइ अथबा — कोनो दूर संचारे क्रांति से उपजत... Maithili · कविता 2 2 381 Share DrLakshman Jha Parimal 3 Oct 2021 · 1 min read " सम्बोधन ,शालीनता आ शिष्टता क इंजेकशन " डॉ लक्ष्मण झा ""परिमल "" =========================== हमरा विचित्र रोग सनिहा गेल अछि ! कियो हमर लेख ,कविता ,व्यंग आ ख्खिसा पिहानी क समालोचना ,टिप्पणी ,प्रशंसा आ आभार व्यक्त करताह हुनका... Maithili · लेख 174 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Oct 2021 · 1 min read आखरन क कबरगाह उ सबद... आखर.... ही अपन सारथक परभाव छोडि पाने मे सक्षम रहल भाइ लोगन … जोउ स्फुटित होय तोहर अनतरमन सन … भीतर क आखरन प्रवाह सन … अनयथा इ... Maithili · कविता 2 288 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 3 Oct 2021 · 1 min read तोहार महत्व इ जिनगी तभे तलक छी देवि आऔर भाइ लोगन...... जबे तक तोहार ‘महत्व’ जिन्दा रहल … समझी किछु क नहि ? अनयथा — जले के पूरव जे लाश भss तss... Maithili · कविता 2 1 316 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Oct 2021 · 1 min read " हमर आग्रह " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== कखनो -कखनो किनको विचार सँ , हम सकपका जाइत छी ! लाज- धाख ताख राखि , अभद्रताक केँ अपनाइत छी !! फेसबुकक लिस्ट मे... Maithili · कविता 218 Share Dr. Kishan Karigar 2 Oct 2021 · 1 min read घोंघाउज आ उपराउंज (हास्य कविता) घोंघाउज आ उपराउंज (हास्य कविता) हम अहाँ के गरिअबैत छि अहाँ हमरा गरिआउ बेमतलब के करू उपराउंज धक्कम-धुक्की करू खूम घोघाउंज. कोने काजे कहाँ अछि आब ताहि दुआरे त आरोप-प्रत्यारोप... Maithili · कविता 1 374 Share DrLakshman Jha Parimal 2 Oct 2021 · 1 min read " सामंजस्यक दोसर नाम मित्रता थीक " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ========================= विचित्र परिवेशक सानिध्य मे हमरालोकनि भ्रमण कऽ रहल छी ! राजनीति दावानलक तपिस सं सबगोटे क्लांत छी ! ओना लेख ,कविता ,अभिनय ,साहित्य ,समालोचना... Maithili · लेख 192 Share Dr. Kishan Karigar 2 Oct 2021 · 2 min read बाबा भक्त हास्य कटाक्ष बाबा-जे सब मैथिली मानक भजे तेकरे साहित्य अकादमी,पुरूस्कार, संयोजक रूपे कब्जा रहे? भक्त- प्रेम स कहियौ पेटपोसुआ पुरूस्कारी काका बाबा की जय? (हे जय त जय. हो. हो. हो.) बाबा-... Maithili · लेख 1 1 498 Share Dr. Kishan Karigar 1 Oct 2021 · 1 min read मनुक्ख बनब कोना? मनुक्ख बनब कोना? छीः छीः धूर छीः आ छीः मनुक्ख भ’ मनुक्ख सँ घृणा करैत छी ओही परमेश्वर के बनाउल माटिक मूरत हमहूँ छी अहूँ छी। केकरो देह मे भिरला... Maithili · कविता 2 3 429 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read लोक करे लूटमार जेंका (हास्य कविता) लोक करे लूटमार जेंका (हास्य कविता) लोभी बैसल अछि लोभ में जोंक जेंका ओक्कर चालि चलब झपटमार जेंका सरकारी खरांत लेल बेहाल भेल लोक करे लूटमार जेंका. लोभी लोकक भीड़... Maithili · कविता 1 1 621 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Sep 2021 · 1 min read "बऊआ आब आहां भसिया गेलहुं " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " --------------------------------------- बऊआ आब आहां भसिया गेलहुं पता नहिं कोन दुनियाँ मे उझरा गेलहुं ! घुरि कें नहिं देखैत छी समयक आभाव अछि ! सासुर मे... Maithili · कविता 213 Share DrLakshman Jha Parimal 30 Sep 2021 · 1 min read " ठूंठ गाछ " डॉ लक्ष्मण झा "परिमल " ============== हम ठूंठ भेल अखनो धरि ठाढ़ एहि आँगन मे थाकल प्यासल मलिन भेल रौदक तपिस पानि विहारि सहैत प्रहरी बनल अखनो धरि अविचल बनल... Maithili · कविता 231 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read हमरो जीबऽ दिअ (कन्या भू्रण हत्या पर आधारित) ।कन्या भू्रण हत्या पर एकटा विशेष। हमरो जीबऽ दिअ कोइखे मे छटपटा रहल छी हम ई दुनियॉं हमरो देखऽ दिअ बेटी भऽ के जनम लेनहि कोनो अपराध नही बाबू यौ,... Maithili · कविता 1 744 Share Dr. Kishan Karigar 30 Sep 2021 · 1 min read गलचोटका बर (एकटा हास्य कविता) गलचोटका बर। (एकटा हास्य कविता) देखू-देखू हे दाए-माए केहेन सुनर छथि गलचोटका बर। तिलकक रूपैया छनि जे बॉंकि सासुर मे खाए नहि रहल छथि एक्को कर। अनेरे अपसियॉंत रहैत छथि... Maithili · कविता 1 418 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read ताकूऽ कनै मां निहुछ हमे,इजोत के खीची लाउ(कविता) निहुछ अपने भक्क बैसू वीरन मे वेदनसँ जल गोइठा हो जाउ,छन मे गठजोङ करू तऽ अप्पन, नहि केओ कंचा यशी लोक पथ मे रोड़ा,ठारह केओ तऽ कोना बढू जिनगी मे... Maithili · कविता 8 3 363 Share Dr. Kishan Karigar 29 Sep 2021 · 1 min read जो रे क्षुद्राहा सभ जो रे क्षुद्राहा सभ तूँ की बजबै आब? यथार्थ देखितउह चुप, किएक तोहर बकार हरण भेल छौ? मिथिलाक नाम पर फुंसियाहिक अनघोल यथार्थ काज एक्को पाई ने भेल? मुदा मैथिलीक... Maithili · कविता 1 394 Share श्रीहर्ष आचार्य 29 Sep 2021 · 1 min read गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) गाम हमरा हमर बड्ड इयाद आबै लगल(कविता) हम रहू चाहे न रहू हिय मे मात्रभूमि सगरे बसै मा बाबू सिनेह माटि गमक कतहू नै भैटय मन होययै छोडि सब बसि... Maithili · कविता 8 4 399 Share Dr. Kishan Karigar 29 Sep 2021 · 1 min read मैथिली पेटपोसुआ के गोंधियागिरी? ई गोंधियागिरी करनाहर सब त मैथिली भाषा के खंड बिखंड मे बांटि सुडाह क देलकै आ मिथिला मैथिली के नाम पर इ सब अपन पेट पोसै मे बेहाल रहल. परिणाम... Maithili · लेख 2 3 756 Share Dr. Kishan Karigar 29 Sep 2021 · 1 min read साहित्य समाज मे वर्ग भेद भऽ जाउ नाश साहित्य समाज मे वर्ग भेद भऽ जाउ नाश. आउ सब मिली करू बेबहारीक तेहेन काज. बिना जाति देखने सबहक आदर सबहक होइ सम्मान. कारीगर बनाउत एहने मैथिली समावेशी मचान. ©किशन... Maithili · शेर 1 242 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read गजब ताल(बाल कविता) कोन गाछ बौआ, चन्ना मामा लटैक गेलै कौआ देखैलियौ बौआ, नैय हंसि देलै मामी बंनरीया अंगुलि द ,बौआ कें ठऐक देलै मामा बंनरा हमर बौआ कें गोदी में लेले बिल्ली... Maithili · कविता 8 3 338 Share PRADEEP KUMAR 28 Sep 2021 · 1 min read शैर -;------ 1. चलैत अछि हमरा देख क, सुरत बदैल-बदैल क । हमरा सँ जे सिखलक, चलनांय सम्हैर-सम्हैर क ।। 2. काँच कली सँ अहाँ के सेबलौंह, आई फूल बनि इतराई... Maithili · लेख 3 2 489 Share Dr. Kishan Karigar 28 Sep 2021 · 1 min read ऐना किएक ई की ? (हास्य कविता) ऐना किएक ई की ? हास्य कविता एक्के कोइख सँ जनमल दुनू बेटा के डाक्टरी इंजीनियरिंग कराऊ मुदा बेटी के संस्कृते सँ मध्यमा कराऊ एहेन बेईमानी ऐना किएक ई की... Maithili · कविता 1 525 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बहुसेयै (कविता) जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बहुसेयै लोर बहेयै आखिसँ,मगिया सजे करैज तरसेयै जिनगी संभाली कोना,फुनगी हमरासँ लप्पकेयै घनि बँसवरिया मिलू कोना,लोगनिक मन ठनकेयै जखन जखन देखलौँ इजोरिया,मन हमर बिहुसेयै प्यार... Maithili · कविता 7 3 464 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read क्षमा करियौ यौ महाकवि(कविता) क्षमा करियौ यौ महाकवि ई अपराध आ पाप हमर मिटैय अछि छाप माटि उपज कें बिलखैत गंगा कमला जलक धारा काटनै छै हाथ पाव अप्पने लाल लाल दूरंगा सगरे खुन... Maithili · कविता 7 4 267 Share Dr. Kishan Karigar 28 Sep 2021 · 1 min read हाकिम भऽ गेलाह हाकिम भऽ गेलाह किएक चिन्हता आब कका ओ तँ हाकिम भऽ गेलाह अबैत रहैत छथि कहियो कऽ गाम मुदा अपने लोकसॅं अनचिन्हार भऽ गेलाह जुनि पूछू यौ बाबू हाकिम होइते... Maithili · कविता 1 1 371 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read हे भारत मातृभूमि माता तोर शत् शत् वंदन(कविता) एहि माटिक गमक सगरो,नव अलख दिखाबय जाहि माटि जन्म लेलौं, इतिहास लिखिक’ जायब हे भारत मातृभूमि माता तोर शत् शत् वंदन समूचा आत्म गैरव मन,सारथि पाहुन ससंगे भेटयै जखन उठाबी... Maithili · कविता 6 4 432 Share श्रीहर्ष आचार्य 28 Sep 2021 · 1 min read बेटिया(कविता) हमर घर दुआर प्रेम स्नेह,नितु बल सिचि बेटिया सात जनम सौभाग्य हमर,आंगन नाचैय बेटिया गूडि जेहन आखि ऐकर,मागै गुरिया प्यारी बेटिया सबे जान छिड़कैत,डरैय माय आंचल छुपि बेटिया रिश्तो कें... Maithili · कविता 7 2 742 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read जय जय भैरव जय भगवती (कविता वीर राजा सलहेशक) सोमदेव गोरी सोन लाल कें पाबि,अमल हिय जुरायैत कें जानैत ऐही जग वासि,अन्हियारा तर दीप जलायैत महिसौथा जनम भू तिरपत,लोचन भुवन पुष्प बरसायैत वरण पैघ नहि चौहरमल संगे, जौं इ... Maithili · कविता 7 2 428 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 2 min read बाबा भक्त (कटाक्ष) भक्त- हे हो बाबा तोंई झबराह दारही रखने रहू लगले छोपा लैलहू कैले? बाबा- हौ बेरोजगारी,महँगाई, जुमलेबाजी वला उड़ीस दारही खोखैर खा गेल की? भक्त- हौ बाबा रोजगार नै भेट... Maithili · लेख 1 636 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read के दर्शक आ के सब कवि? (हास्य कविता) होइए खूब मैथिली कवि सम्मेलन तै मे दर्शको स बेसी मंच पर बैसल कवि? बूझबा मे ने आउत के दर्शक आ के सब कवि? बानरक हेंज सन अफरजात भेल मैथिली... Maithili · कविता 1 1 856 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read मोहक खिला गुलाब सन मोहक खिला गुलाब सन प्रीतम तोहर रूप अछि होय हृदय बेताब सन ••• Maithili · कविता 2 1 227 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read गेल इ जिनगी काम मे गेल इ जिनगी काम मे होए भीतर मे वासना नाहि रमे मन राम मे Maithili · कविता 2 228 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read आब रामक दरसन दूर नहिं…… जन मानसक मन मे जे रहल आऔर सृष्टि क कन-कन मे इ रहल आब रामक दरसन दूर नहिं…… प्रभु मंदिरक निर्माण वहिं…… दीपन सँ सजल अयोध्या मन-मन्दिर बसल अयोध्या आब... Maithili · कविता 2 280 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read मन मे नाचल मोर अछि केहू सभ चितचोर अछि प्रीतम तोहे देखिबे मन मे नाचल मोर अछि Maithili · कविता 2 1 369 Share महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali 27 Sep 2021 · 1 min read दया धर्मस्य सार अछि दया धर्मस्य सार अछि जिनगी आधार अछि मानवस्य विस्तार अछि ••• ________________________ *तीन पंक्तियों में रचा जनक छन्द। सबसे सहज प्रवाह के लिए जाना जाता है। यह दोहे के प्रथम... Maithili · कविता 2 280 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 5 min read मूरही-कचरी ( एकटा हास्य कथा) मूरही-कचरी एकटा हास्य कथा। दिल्ली सँ दरभंगा होयत अपन गाम मंगरौना जायत रही। रस्ते में एकटा नियार केलहूँ जे एहि बेर महादेव मंठ जेबेटा करब। एतबाक सोचैते-सोचैते कखन गाम पहुँच... Maithili · कहानी 1 377 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read जिनगी जीनाइ सिखैलथ (कविता) अभिनव जयदेवक अनमोल कृति खुस व्याधि मे जीनाइ सिखैलथ देव अपने अऐब कोना,आयब कोना कृति अंतर मन रचनासँ जानलौ सारा जग अपन,पोथी मे देखलौ केओ तिरस्कार करै,केओ सम्मान करै सुख... Maithili · कविता 7 5 286 Share Dr. Kishan Karigar 27 Sep 2021 · 1 min read बाबा भक्त (हास्य कटाक्ष) बाबा-एं हौ भोंट लमनेशन काल ई पंचायती नेता सब एतेक चमकीवला माला किए? पहिरने रहै छै? भक्त- देखावटी लै जे हम बड्ड काजुल नेता आ झूठे उदघोष? बाबा- आ रे... Maithili · लेख 1 459 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read दोहा रंग चढैय बैरी कोरा पोथी,सूना रहैय ज गियान ! नितु अरजैय गियानि काली,पानी पानी आन ! चहुं दिस चकारी सभ करै,पैग नहि भेलै लोक । संग चकारी नव जयदेव पंथ,पैग... Maithili · कविता 8 3 258 Share श्रीहर्ष आचार्य 27 Sep 2021 · 1 min read प्यार नहि (कविता) इशक के पगडंडी पगले साले,तोर बापक जिरायैत नहि एगो मरैय राधारानी,चारसँ राधा करैय कखनो प्यार नहि आसँमा चूमै चरण तोहर,मंदिर साँजल देबाल बनि अर्पण करि देलौ तन मन,नहि पाबि हिय... Maithili · कविता 8 5 352 Share Previous Page 16 Next