Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Aug 2020 · 1 min read

Jeevan kyun anmol hai

दौड़ रही है दुनिया क्यूँ
न जाने बख्शीश क्या मिलेगी
कुछ साँसे मिलेगी मुफ्त मे ???
या जीत की शक्ल मे हार मिलेगी।

क्या होती है पल की कीमत
साँसों का क्या मोल है
क्यूँ है इस संसार का बनना
जीवन क्यूँ अनमोल है???

Language: Hindi
3 Likes · 372 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
काश यह मन एक अबाबील होता
काश यह मन एक अबाबील होता
Atul "Krishn"
“अकेला”
“अकेला”
DrLakshman Jha Parimal
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
जब भी आपसे कोई व्यक्ति खफ़ा होता है तो इसका मतलब यह नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लौटना मुश्किल होता है
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*होय जो सबका मंगल*
*होय जो सबका मंगल*
Poonam Matia
भगतसिंह की जवानी
भगतसिंह की जवानी
Shekhar Chandra Mitra
हर एक से छूटा है राहों में अक्सर.......
हर एक से छूटा है राहों में अक्सर.......
कवि दीपक बवेजा
■ तय मानिए...
■ तय मानिए...
*Author प्रणय प्रभात*
नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है
नज़्म/कविता - जब अहसासों में तू बसी है
अनिल कुमार
वक्त के इस भवंडर में
वक्त के इस भवंडर में
Harminder Kaur
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
नहीं विश्वास करते लोग सच्चाई भुलाते हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
बाबा मैं हर पल तुम्हारे अस्तित्व को महसूस करती हुं
बाबा मैं हर पल तुम्हारे अस्तित्व को महसूस करती हुं
Ankita Patel
वक्त
वक्त
Ramswaroop Dinkar
चाहत के ज़ख्म
चाहत के ज़ख्म
Surinder blackpen
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
जो मनुष्य सिर्फ अपने लिए जीता है,
नेताम आर सी
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
जीवन मंत्र वृक्षों के तंत्र होते हैं
Neeraj Agarwal
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मै जो कुछ हु वही कुछ हु।
मै जो कुछ हु वही कुछ हु।
पूर्वार्थ
3364.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3364.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
धोखा देना या मिलना एक कर्ज है
शेखर सिंह
"सच की सूरत"
Dr. Kishan tandon kranti
जो गुजर गया
जो गुजर गया
ruby kumari
डरना नही आगे बढ़ना_
डरना नही आगे बढ़ना_
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
डोरी बाँधे  प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
डोरी बाँधे प्रीति की, मन में भर विश्वास ।
Mahendra Narayan
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
आज हमने उनके ऊपर कुछ लिखने की कोशिश की,
Vishal babu (vishu)
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
*आगे जीवन में बढ़े, हुए साठ के पार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सब वर्ताव पर निर्भर है
सब वर्ताव पर निर्भर है
Mahender Singh
Loading...