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6 Feb 2017 · 1 min read

*** मैखाने का रस्ता***

जरा मैखाने का रास्ता बता देना
यह प्यार में जलने और सताए
हुए लोगो.को अपनी आगोश में
बेपनाह मोहोब्बत देती है…..

घुट घुट के जीने वाले को
जीने का सामान यह अपने
पास बैठा बैठा कर
भर भर के पीने को देती है …..

न भटके कहीं न किसी से
जाकर झगडा कर लें
इस लिए अपने दर से किसी
को कहीं जाने नहीं देती है…..

महबूब का गम जब भूला न सका
और उस को जाकर वो मना न सका
बेदर्द ज़माने के सताए हुए लोगो
को मरहम यह यहाँ लगा देती है !!!!!!

कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
132 Views
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